रायगढ़, नवंबर 2021/ राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले के सभी स्कूलों में संविधान दिवस के अवसर पर 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना का पाठ और संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा गोष्ठी, भाषण आदि गतिविधियां आयोजित की गयी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के घोषणा अनुरूप राज्य के सभी स्कूलों में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ.आलोक शुक्ला तथा सचिव डॉ.कमलप्रीत सिंह द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किये गए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि सभी शासकीय कार्यालयों, स्कूलों, महाविद्यालयों, संस्थाओं, सार्वजनिक उपक्रमों में 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर पूर्वान्ह 11 बजे संविधान की प्रस्तावना ऑनलाइन पठन हेतु निर्मित वेब पोर्टल द्वारा पढ़ा जाएगा तथा जहां कम्प्यूटर, मोबाइल, इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध न हो, वहां पूर्व की भांति ऑफलाइन मोड में संविधान के प्रस्तावना का पाठन कराया जाएगा। निर्देश के परिपालन में आज रायगढ़ जिले के सभी स्कूलों में संविधान दिवस के उपलक्ष्य में संविधान के प्रस्तावना का पठन कराया गया एवं संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा एवं भाषण आयोजित किये गए।
तीन सप्ताह और दी जाएगी संविधान की जानकारी
मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप भारतीय संविधान से बच्चों को परिचित कराने हेतु स्कूलों में प्रथम सप्ताह संविधान की प्रस्तावना का 26 नवंबर 2021 को पठन, द्वितीय सप्ताह मौलिक अधिकार, तृतीय सप्ताह संविधान में उल्लेखित मौलिक कर्तव्य एवं चतुर्थ सप्ताह राज्य के नीति निर्देशक तत्वों को समाहित किया गया है। शासन के निर्देशानुसार प्रति सोमवार आगामी तीन सप्ताह तक जिले के समस्त शैक्षिक शासकीय एवं अशासकीय दोनों संस्थाओं मे प्रार्थना के उपरांत संविधान के प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी एवं इस संबंध में बच्चों को जानकारी दी जाएगी।
की गई है पुस्तकें मुफ्त में वितरित
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप एससीईआरटी रायपुर द्वारा तैयार की गई भारत का संविधान व हम भारत के लोग नामक दो लघु पुस्तिका छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम, रायपुर की ओर से प्रकाशित कर सभी शासकीय स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा पहली से आठवीं और हम भारत के लोग हाई स्कूल व हायर सेकेण्डरी स्कूल में नि:शुल्क वितरित की गई है। इन दोनों लघु पुस्तिका में संविधान की प्रस्तावना, संक्षिप्त परिचय, मौलिक अधिकार, मौलिक कर्तव्य एवं राज्य के नीति निर्देशक तत्वों को बाल मनोविज्ञान के अनुरूप सचित्र प्रस्तुत किया गया है।