सुकमा, 24 नवंबर 2025/sns/- ग्राम सिलगेर के निवासी श्री कोरसा पोदीया पिता श्री कोरसा डोक्का एक नक्सल प्रभावित एवं सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं। क्षेत्र की सुरक्षा चुनौतियाँ, आवागमन की कठिनाइयाँ, सीमित संसाधन तथा विकास कार्यों में निरंतर आने वाली बाधाओं के बीच भी कोरसा पोदीया अपने परिवार के साथ खेती तथा जंगल से प्राप्त प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित परंपरागत आजीविका पर निर्भर रहे हैं। यही उनके परिवार के जीवनयापन का प्रमुख साधन था। ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच उन्हें शासन की विकासोन्मुख योजनाओं से जोड़ने हेतु प्रशासन एवं पंचायत के सतत प्रयास किए गए। पात्रता परीक्षण उपरांत उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना दृ ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के अंतर्गत 1.20 लाख रुपये की स्वीकृत राशि प्रदान की गई। साथ ही मनरेगा के माध्यम से 95 दिवस का कुल 23,095 रुपये का मजदूरी भुगतान किया गया, जिसने आवास निर्माण कार्य को गति देने में अत्यधिक सहायक भूमिका निभाई। स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा के उद्देश्य से स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 12,000 रुपये की शौचालय निर्माण स्वीकृति भी दी गई।
आरएमटी प्रशिक्षण-आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
नियद नेल्लानार योजना के ग्राम पंचायत सिलगेर मे प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत विशेष रूप से निर्माण कार्यों में स्थानीय कौशल विकास को बढ़ावा देने की पहल की गई। इस प्रशिक्षण का सबसे सकारात्मक प्रभाव यह रहा कि कोरसा पोदीया अपने स्वयं के पीएम आवास के निर्माण कार्य में सक्षम रूप से जुड़ पाए। इससे निर्माण की गुणवत्ता बढ़ी, लागत में कमी आई और सबसे महत्वपूर्णकृउनमें आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास विकसित हुआ।
सोलर पैनल से मिला ऊर्जा का उजाला
सिलगेर जैसे विद्युत-विहीन और दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में कोरसा पोदीया के परिवार को ऊर्जा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु उन्हें सोलर पैनल का लाभ भी प्रदान किया गया। इससे घर में रोशनी, मोबाइल चार्जिंग, बच्चों के लिए रात्रि में अध्ययन और परिवार की सुरक्षा में वृद्धि सुनिश्चित हु।
कठिन परिस्थितियों के बावजूद पक्के मकान का सपना पूरा
सामग्री की सीमित उपलब्धता, श्रमिकों की कमी और सुरक्षा संबंधित जोखिमों के बीच भी प्रशासन, पंचायत, तकनीकी कर्मियों एवं हितग्राही के प्रयासों से आवास सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया।
कोरसा पोदीया की यह सफलता कहानी सिद्ध करती है कि जब नियद नेल्लानार योजना, आरएमटी प्रशिक्षण, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, प्रशासनिक सहयोग और हितग्राही की मेहनत एकजुट होकर कार्य करते हैं,
तो सबसे चुनौतीपूर्ण और दुर्गम क्षेत्रों में भी स्थायी विकास पूरी तरह संभव है।
जिला सीईओ श्री मुकुन्द ठाकुर ने कहा कि नक्सल प्रभावित एवं दुर्गम क्षेत्रों में विकास पहुँचाना प्रशासन के लिए केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि एक संकल्प है। प्रधानमंत्री आवास योजनादृग्रामीण के तहत ग्राम सिलगेर में कोरसा पोदीया जैसे हितग्राही द्वारा कठिन परिस्थितियों में भी अपने आवास का गुणवत्तापूर्ण निर्माण पूर्ण करना, हमारे प्रयासों की सार्थकता को दर्शाता है। जिला प्रशासन नियद नेल्लानार योजना एवं आरएमटी प्रशिक्षण के माध्यम से कौशल प्रशिक्षण एवं सतत प्रशासनिक सहयोग प्रदान कर हम ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर कार्यरत हैं।

