मुंगेली, 13 सितम्बर 2025/sns/- कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार के निर्देशानुसार एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभाकर पाण्डेय के मार्गदर्शन में जिले में गायों की सेवा, संरक्षण एवं सहयोग को बढ़ावा देने के लिए ‘गौ सेवा संकल्प अभियान’ चलाया जा रहा है। अभियान के जिले के सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया और गायों की सेवा, संरक्षण एवं सहयोग को प्रोत्साहित करने के साथ संकल्प लिया गया।
उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. आर.एम. त्रिपाठी ने बताया कि जिले की सभी 367 ग्राम पंचायतों में गौ-चौपाल का सफल आयोजन कर आज लोरमी विकासखण्ड के ग्राम केस्तरपुर और दाउकापा में समापन हुआ। चौपाल के माध्यम से पशुपालकों को घुमंतु एवं आवारा पशुओं के प्रबंधन, गोठान की उपयोगिता, पशु पहचान, टीकाकरण तथा पशुपालन आधारित योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम की शुरूआगौ सेवा संकल्प अभियान: गॉवों में हुआ गौ चौपाल का आयोजनत गाय की पूजा कर शुरू की गई। उन्होने बताया कि जिले में आयोजित गौ-चौपाल में ग्रामीणों और पशुपालकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
26 हजार से अधिक गौ मित्रों का हुआ पंजीयन
अभियान के अंतर्गत तीनों विकासखंडों में विशेष कार्ययोजना बनाकर ग्राम स्तर पर समितियों का गठन किया गया। इन समितियों के माध्यम से आवारा पशुओं की देखभाल, चारा-पानी की व्यवस्था एवं गोठान को आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया गया। गौ चौपाल के माध्यम से 26 हजार से अधिक गौ मित्रों का पंजीयन किया गया है। इन गौ मित्रों को जनपद पंचायत से पहचान पत्र जारी किया जा रहा है। ये सभी गौ मित्र घुमन्तू पशुओं के प्रबंधन व गाय लेने हेतु पशुपालकों को प्रेरित करेंगे व ग्राम पंचायत का सहयोग करेंगे।
13 हजार से अधिक पशुपालकों की भागीदारी, 04 हजार 534 पशुओं में ईयर टैगिंग
गौ-चौपाल के माध्यम से न केवल आवारा पशु प्रबंधन में मदद मिलेगी, बल्कि पशुपालकों को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ भी मिलेगा। गौ चौपालों में जिले के 13 हजार 778 पशुपालकों ने भाग लिया। चौपालों के माध्यम से 01 हजार से अधिक घुमन्तू पशुओं को उनके मालिकों सौंपा गया है। वहीं ग्रामों के सरपंच, स्थानीय ग्रामीणजनों द्वारा 882 पशुओं को गोद लिया गया है। तीनों विकासखण्डों में गॉवों का चयन कर 04 हजार 534 पशुओं में ईयर टैगिंग तथा 875 पशुओं को रेडियम कॉलर बेल्ट पहनाया गया है।

