छत्तीसगढ़

सांपों के पर्यावरणीय महत्व और ज़हरीले सर्पदंश से बचाव एवं जानकारी पर जन जागरूकता बैठक


अम्बिकापुर, 28 जुलाई 2025/sns/-  कलेक्टर श्री विलास भोसकर की अध्यक्षता में पर्यावरण और वन्यजीव सुरक्षा को लेकर आज अम्बिकापुर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में एक जागरूकता बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सर्प मित्र श्री सत्यम द्विवेदी ने सांपों के महत्व, उनकी भूमिका और ज़हरीले सांपों की पहचान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी।
श्री द्विवेदी ने बताया कि सांप इकोलॉजी तंत्र में संतुलन बनाए रखने वाले अत्यंत आवश्यक जीव हैं। ये छोटे-छोटे जानवर जैसे चूहे, मेंढक, छिपकली और अन्य कीड़ों को खाते हैं, जिससे उनकी संख्या नियंत्रित रहती है। अगर सांप नहीं हों, तो ये जीव बहुत ज़्यादा बढ़ सकते हैं और फसलें भी बर्बाद हो सकती हैं। इसलिए, सर्प किसानमित्र भी माने जाते हैं।
सर्प मित्र सत्यम द्विवेदी ने बताया कि विशेष रूप से सरगुजा में पाए जाने वाले चार सबसे विषैले सांप है जिसमें स्पेकटल कोबरादृ वैज्ञानिक नाम नाजा नाजा है। यह सांप अपने फैले हुए फन के लिए पहचाना जाता है। इसका ज़हर न्यूरोटॉक्सिक होता है जो सीधे तंत्रिका तंत्र पर असर डालता है, जिससे लकवा और श्वास में कठिनाई हो सकती है।
कॉमन करेटदृवैज्ञानिक नाम बंगारस कैर्यूलस। यह रात में सक्रिय रहता है। इसका ज़हर भी न्यूरोटॉक्सिक होता है और इसका असर धीरे-धीरे होता है, जिससे व्यक्ति को नींद में ही लकवा हो सकता है।

रसेल वाइपर- वैज्ञानिक नाम दबोइया रसेली है। यह  सबसे अधिक पाए जाने वाला विषैला सांप है। इसका ज़हर हीमोटॉक्सिक होता है जो रक्तस्राव, ऊतक क्षति और अंग विफलता का कारण बन सकता है।
स्केलड वाइपर- वैज्ञानिक नाम इचीस कैरिनेटस है। यह आकार में छोटा लेकिन अत्यंत आक्रामक होता है। इसका ज़हर भी हीमोटॉक्सिक होता है और इसके काटने से मृत्यु दर अधिक होती है।
श्री द्विवेदी ने बताया कि इन सभी सांपों के काटने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता आवश्यक है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सांपों से डरने की बजाय, उनके बारे में सही जानकारी रखना ज़रूरी है। यदि कहीं सांप दिखाई दे तो उसे छेड़ने की कोशिश न करें, बल्कि वन विभाग या सर्प मित्रों को सूचित करें। ताकि सांप को सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा जा सके।
कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने बैठक में कहा कि जनसामान्य को सांपों के प्रति जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है, जिससे भ्रम और डर को दूर किया जा सके। वहीं पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल ने भी बैठक में कहा कि पुलिस जवानों को सांपों की पहचान और रेस्क्यू का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि जरूरत पड़ने पर वे लोगों की मदद कर सकें और सांपों की रक्षा भी हो सके।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री विनय अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री सुनील नायक, श्री राम सिंह ठाकुर, श्री अमृत लाल ध्रुव, नगर निगम आयुक्त श्री डी.एन. कश्यप, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमोलक सिंह ढिल्लो, समस्त एसडीएम एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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