बीजापुर, 18 जून 2025/sns/ – बीजापुर जिले में प्रथम बार राज्यपाल का आगमन हुआ श्री रमेन डेका पहले राज्यपाल हैं जो बीजापुर जिले के प्रवास पर आए विकास कार्यों का अवलोकन सहित जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।
जिला कार्यालय के इन्द्रावती सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में बीजापुर के दूरस्थ क्षेत्रों में शासन की योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित कराने में होने वाली कठिनाईयों, स्थापित सुरक्षा कैम्प माओवाद प्रभावित क्षेत्र एवं पहुंचविहीन क्षेत्रो के बारे में कलेक्टर श्री संबित मिश्रा ने पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतिकरण देते हुए अवगत कराया। वहीं पुलिस अधीक्षक डाॅ. जितेन्द्र यादव ने माओवादी घटनाओं, आत्मसमर्पित नक्सली एवं उनके पुनर्वास की जानकारी दी।
विभागवार समीक्षा करते हुऐ राज्यपाल श्री रमेन डेका ने बीजापुर में व्याप्त कठिनाईयों के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा जनहित के कार्यो तथा केद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं के समुचित क्रियान्वयन पर जिला प्रशासन की सराहना की।
बिहान समूह के महिलाओं के आजिविका गतिविधियों को सुनकर खुशी जाहिर की आजिविका से जुड़ी महिलाओं ने शासन के योजनाओं से जुड़कर अपनी आर्थिक गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। बीजापुर जैसे माओवाद प्रभावित क्षेत्र में शिक्षा, रोजगार, कौशल विकास के साथ-साथ लोगो को समुचित रूप से योजनाओं से लाभान्वित कर उनके जीवन स्तर में व्यापक सुधार लाने पर जोर दिया। गारमेंट फैक्ट्री में नक्सल पीड़ित परिवारों को रोजगार देने की योजना की सराहना करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित करें।
जल संचयन हेतु चेकडेम, स्टाप डेम, अमृत सरोवर जैसे स्ट्रक्चर से जल स्तर पर व्यापक सुधार लाने हेतु कार्य योजना बनाकर काम करने को कहा एवं जिले के जल स्तर को बढ़ाने के लिए आवश्यक पहल करने की बात कही।
जैविक कृषि के लिए जनजागरूकता लाने लोगो के बीच जांए और उनके आमदनी को बढ़ाने के लिए प्रेरित करें।
टीबी के रोकथाम, निक्षय मित्र के तहत पोषण किट प्रदाय कराने, टीबी के प्रति व्यापक स्तर पर जागरूकता लाने, जिले को टीबी मुक्त बनाने, बच्चों के शारिरिक, मानसिक विकास की ओर कार्य करने, जिले में बाल विवाह के प्रति स्थानीय स्तर पर जागरूकता लाने बाल विवाह के दुष्परिणाम से लोगो को अवगत कराने तथा टीकाकरण की प्रगति की जानकारी ली।
एनसीसी के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करें एनसीसी सेवा, समर्पण राष्ट्रीयता की भावना को विकसित करने के साथ-साथ अनुशासन की प्रेरणा देती है। वहीं शारिरिक एवं मानसिक रूप से सक्षम बनाती है।
जिला प्रशासन द्वारा शाला त्यागी बच्चों को स्कूल से जोड़ने की पहल को कारगर बताते हुए कहा कि शिक्षा का महत्व हर पालक समझे इसके लिए जमीनी स्तर पर कार्य करना आवश्यक है ताकि हर बच्चे शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ सके।
जिले में विकास कार्यो में आने वाली बाधाओं का बारीकी से अवलोकन करते हुऐ शासन के योजनाओं के समुचित क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
आकांक्षी जिला के रूप में बीजापुर जिले की उपलब्धि एवं विभिन्न पैरामीटर में किए गए कार्यो की समीक्षा करते हुऐ कहा कि जिले के समग्र विकास के लिए अपना शतप्रतिशत दें, विभागीय अमला आपसी समन्वय के साथ योजनाओं का क्रियान्वयन करें ताकि बीजापुर जिले का समग्र विकास हो सके।
बैठक में राज्यपाल के सचिव डाॅ. सीआर प्रसन्ना, सीईओ जिला पंचायत श्री हेमंत रमेश नंदनवार, ओएसडी श्री शेखर, अपर कलेक्टर श्री भूपेन्द्र अग्रवाल सहित जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।