छत्तीसगढ़

महतारी वंदन योजना से महिलाओं का बढ़ा आत्म सम्मान महतारी वंदन योजना शांति नाग के लिए बनी खुशियों की वजह

सुकमा, 16 जून 2025/sns/- महतारी वंदन योजना ने वनांचल क्षेत्र की महिलाओं के जीवन में एक नया उजियारा लाया है। ग्रामीण इलाकों में रोजगार की कमी और सीमित संसाधनों के बीच जीवन यापन करना कठिन होता है। इस योजना के माध्यम से उन्हें आर्थिक संबल मिला है, जिससे उनका जीवन बेहतर हुआ है और महिलाओं का आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा है।
आकांक्षी जिला सुकमा के सुदूर वनांचल में बसे ग्राम छिंदगढ़ में रहने वाली श्रीमती शांति नाग का जीवन पहले ही कई कठिनाइयों से घिरा हुआ था। संसाधनो के अभाव और आर्थिक तंगी ने उनके रोजमर्रा के जीवन को चुनौतीपूर्ण बना दिया था। उनका परिवार खेती किसानी करके अपना भरण पोषण करता था। महतारी वंदन योजना से मिलने वाली आर्थिक सहायता उनके परिवार के लिए एक वरदान साबित हुई है, जिसने न केवल उनके जीवन को सरल बनाया, बल्कि उनके परिवार को भी एक नई दिशा दी। अब वह खुद को आत्मनिर्भर महसूस करती हैं। हितग्राही श्रीमती शांति ने योजना से मिल रहे लाभ के सुखद अनुभव को साझा करते हुए बताया कि परिवार की आमदनी के नियमित और स्थिर स्रोत नहीं होने के कारण उनके दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने की समस्या सदैव बनी रहती थी, जिससे आर्थिक संकट की समस्या निरंतर उनके परिवार को घेरे रहता था। पानी की अनिश्चितता के कारण खेती की संभावना भी नहीं रह गयी थी, उनके पति रोजी-मजदूरी कर परिवार का गुजारा चलाते थे। जब महतारी वंदन योजना के तहत उन्हें वित्तीय सहायता मिलने लगी, तो उनके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आया। इस योजना से मिलने वाली राशि ने उनके घरेलू खर्चों को पूरा करना आसान बना दिया। अब वह न केवल परिवार के खर्चों को सहजता से पूरा कर पाती हैं, बल्कि अपने परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त भी बना रही हैं।
इसी प्रकार छिंदगढ़ के आश्रित ग्राम पुजारीपाल से आने वाली लाभार्थियों ने बताया कि महतारी वंदन योजना ने महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त किया है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी नई ऊँचाइयाँ दी हैं। इस योजना ने वनांचल क्षेत्र की महिलाओं को एक नई दिशा दी है, जिससे वे न केवल अपनी बल्कि अपने परिवार की भी खुशहाली के लिए सक्षम बन रही हैं। योजना के माध्यम से प्रति माह एक हजार रुपये की वित्तीय सहायता मिलने से हम अपने भविष्य के लिए निश्चिन्त रहते हैं।

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