छत्तीसगढ़

शालाओं और शिक्षकों के युक्ति युक्त करण से शैक्षणिक गुणवत्ता में होगा सुधार 

बिलासपुर, 04 जून 2025/sns/- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुरूप राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने के उद्देश्य से शालाओं के युक्तियुक्तकरण की दिशा में एक सार्थक पहल की जा रही है। इससे विद्यालयों की गुणवत्ता, संसाधनों की उपलब्धता और शैक्षणिक वातावरण में व्यापक सुधार आएगा। शालाओं एवं शिक्षकों को युक्तियुक्तकरण किया जाना छात्र हित में उचित है। इससे संसाधनों का समुचित उपयोग हो पाएगा। अब कोई भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं होगा। संसाधनों के एकीकरण से बच्चों को मिलेगी बेहतर सुविधा।

जिले में दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता लाने शासन की युक्तियुक्तरण की नीति मील का पत्थर साबित होगी। प्रदेश सरकार के मंशानुरूप विभिन्न स्थानों में एक ही परिसर में अथवा निकट में दो या दो से अधिक शालाएं संचालित हैं ऐसी शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है साथ ही अतिशेष शिक्षकों का शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षकीय शालाओं में युक्तियुक्तकरण कर पदस्थापना की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री अनिल तिवारी ने बताया कि जिले में आवश्यकतानुसार युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही की जा रही है। स्कूल शिक्षा संचालनालय छत्तीसगढ़ शासन से युक्तियुक्तकरण हेतु जारी निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे विद्यालय जिनकी दूरी 1 किलोमीटर से कम है या दर्ज संख्या 10 से कम है का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में 500 मीटर से कम दूरी तथा दर्ज संख्या 30 से कम वाली शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है।

 छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार आज युक्तियुक्तकृत एवं अन्य शासकीय शालाओं के अतिशेष सहायक शिक्षक, शिक्षक, प्रधान पाठक, व्याख्याता, प्राचार्य एंव कार्यालयीन कर्मचारियों की पदस्थापना हेतु काउंसलिंग पंडित देवकीनंदन दीक्षित ऑडिटोरियम, स्वामी आत्मानंद लाल बहादुर शास्त्री उत्कृष्ट विद्यालय और स्व. लखीराम अग्रवाल स्मृति ऑडिटोरियम में आयोजित की गई। काउंसलिंग के बाद नई पदस्थापना आदेश भी मौके पर ही दिया गया। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया से श्रीमती पूनम रामटेके खुश नजर आई। शासकीय प्राथमिक शाला चितावर से नई पदस्थापना उन्हें शासकीय प्राथमिक शाला परसदा में मिली है। इसी प्रकार शिक्षिका शारदा भगत, रजनीगंधा बर्मन, मुमताज बेगम और भारती नायक भी युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया से खुश नजर आए।

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