छत्तीसगढ़

कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने की महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा



सारंगढ़ बिलाईगढ़, 02 जून 2025/sns/- कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यों, बच्चों की संख्या, जर्जर भवन, निर्माणाधीन भवन, पूर्ण भवन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की संख्या, टीकाकरण, पोषक आहार वितरण आदि की जानकारी लेकर इन सभी के संबंध में परियोजना और सेक्टर अधिकारियों से चर्चा कर समीक्षा किया। कलेक्टर ने कहा कि जर्जर भवनों में बच्चों को नहीं बैठाएं। नवीन भवन निर्माण हो चुका है तो बच्चों को वहां बैठाएं। नए भवन के लिए प्रस्ताव भेजें और जर्जर भवनों को डिस्मेंटल करने के लिए भी पत्राचार करें ताकि सभी व्यवस्थित रहे। पालकों के साथ गृह भेंट और महिलाओं के साथ चौपाल कर बच्चों के देखरेख, सावधानी आदि के बारे में माताओं को सिखाएं।

बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कलेक्टर ने कहा कि ऐसे कुपोषित और मध्यम बच्चे हैं उन्हें एनआरसी केंद्र के माध्यम से सुपोषित करने के लिए पालिका को प्रोत्साहित करने सभी अधिकारी अपने अधीनस्थ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को निर्देशित करें ताकि कोई भी बच्चा कुपोषित नहीं रहे। इसी प्रकार बच्चों को जन्मजात या अन्य गंभीर बीमारी  ग्रस्त है तो उन्हें चिरायु टीम को जांच करने के लिए अपने उच्च अधिकारियों को जानकारी देने के लिए निर्देशित करें।

 उन्होंने अधिकारियों और सुपरवाइजरों को महतारी वंदन योजना के सभी हितग्राहियों का सत्यापन करने और अपात्र हितग्राहियों का चिन्हांकन कर उन्हें योजना के लाभ से बाहर करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार सभी हितग्राहियों के बैंक खाता में इनबेल्ड/डीबीटी, केवायसी और आधार कार्ड अपडेट करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के माध्यम से सूचित कर तथा समयबद्ध ढंग से निराकरण करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर डॉ कन्नौजे ने बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना अंतर्गत गर्भवती माताओं को लाभान्वित करें और कोई भी गर्भवती माता नहीं छूटनी चाहिए। शत प्रतिशत पोषण आहार का वितरण और पोषण ट्रैकर में इसे दर्ज होना चाहिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सेक्टर पर्यवेक्षकों द्वारा गर्भवती, शिशुवती और बच्चों के गृह भेंट के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण पोषण परामर्श सुनिश्चित करना है, उन्हें जानकारी देना है कि कौन कौन से सब्जी भाजी, फल मूल में कौन से विटामिन होता है, जिसके सेवन से शरीर मजबूत होता है। कलेक्टर ने कहा कि सेक्टर पर्यवेक्षकों द्वारा नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण होना चाहिए और आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को गिनती, अक्षर ज्ञान, नाम, पता, बोलने में झिझक को दूर करने के लिए शाला पूर्व शिक्षा दिया सुनिश्चित करना है। इस अवसर पर जिले के प्रभारी अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग बृजेंद्र सिंह ठाकुर सहित सारंगढ़, बरमकेला, भटगांव, बिलाईगढ़  सरसीवा, लेंधरा, सरिया के परियोजना अधिकारी और
 सेक्टर अधिकारी उपस्थित थे।

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