रायगढ़, 31 मई 2025/sns/- कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी के निर्देशन में अपर कलेक्टर श्री अपूर्व प्रियेश टोप्पो ने आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय क्षय उन्मूलन कार्यकारणी की अंर्तविभागीय बैठक ली।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जिले में टीबी मुक्त करने की दिशा में अभियान के तहत कार्य किए जा रहे है। जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च जोखिम समूह एवं संदेहास्पद मरीजों को चिन्हांकित कर उनका इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के द्वारा मरीज के चिन्हांकन, पंचायत विभाग द्वारा संदेहास्पद व्यक्तियों की सूची स्वास्थ्य विभाग में उपलब्ध कराने एवं मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों में लाने के लिए सहयोग की बात कही, ताकि उनका स्क्रीनिंग किया जा सके। जिस पर अपर कलेक्टर श्री अपूर्व प्रियेश टोप्पो ने विभागों को संयुक्त रूप से सहयोग एवं लोगों को जागरूक करते हुए जिले को टीबी मुक्त बनाने की दिशा के कार्य करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि औद्योगिक स्वास्थ्य सुरक्षा के माध्यम से जिले में संचालित उद्योगों में कार्यरत श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। वही टीबी पंजीकृत मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए निक्षय मित्र बनाने जिले के विभिन्न उद्योगों द्वारा विकासखंड के मरीजों को फुड बास्केट प्रदान किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने निक्षय निरामय अभियान के विस्तार हेतु की जाने वाली गतिविधियों के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि टीबी स्क्रीनिंग एवं जांच के साथ ही टीबी के उपचार एवं पोषण आहार प्रदाय हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने टीबी के बचाव के संबंध भी जानकारी दी। बैठक में एडिशनल सीईओ श्री नीलाराम पटेल एवं श्री महेश पटेल, डीपीओ महिला एवं बाल विकास विभाग श्री एल.आर.कच्छप, सीएमएचओ डॉ.अनिल कुमार जगत, जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ.जय कुमार चौधरी, समस्त बीएमओ, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री रंजना पैंकरा, जिला कार्यक्रम समन्वयक श्री सुरेश कुमार गुप्ता, डॉटस प्लस समन्वयक श्री सुनील यादव, पीपीएमसी श्री दीपक गोस्वामी, एसएसए श्री अभिषेक मिश्रा एवं विकासखण्ड में कार्यरत समस्त एसटीएस बैठक में उपस्थित रहे।
जिले में 298 पंचायत टीबी मुक्त
स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दिए हुए बताया कि जिले के 07 विकासखंड के 550 ग्राम पंचायत में से 298 ग्राम पंचायत टीबी मुक्त हैं। जिसमें 248 ब्रॉन्ज एवं 50 सिल्वर कैटगरी के ग्राम पंचायत है। जिसमें सर्वाधिक धरमजयगढ़ के 59 एवं पुसौर के 50 ग्राम पंचायत शामिल है।
मरीजों को दी जाती है आर्थिक सहायता
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया कि भारत सरकार द्वारा टीबी के मरीजों को बेहतर इलाज एवं पोषण हेतु निक्षय पोषण योजना अंतर्गत आर्थिक सहायता दी जाती है। जिसमें निक्षय पोषण योजना अंतर्गत 1 हजार रुपए, इसी प्रकार इलाज हेतु डीएसटीबी के मरीजों को 1 हजार रुपए एवं एमडीआर टीबी के लिए 5 हजार रुपए तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है वही मरीजों की सूचना प्रदान करने पर 500 रुपए की राशि प्रदान की जाती है।
निक्षय मित्र हुए सम्मानित
अपर कलेक्टर श्री अपूर्व प्रियेश टोप्पो ने जिले में बेहतर कार्य करने हेतु निक्षय मित्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। जिसमें जिले के विभिन्न उद्योग प्रतिनिधि शामिल रहे।