छत्तीसगढ़

शासकीय नवीन महाविद्यालय कोटा में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत के तहत कार्याक्रम

सुकमा, अक्टूबर 2024/sns/शासकीय नवीन महाविद्यालय कोटा, सुकमा में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत एतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान अंतर्गत एक दिवसीय कार्यकम का आयोजन 22 अक्टूबर मंगलवार को महाविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि श्रीमती सेमल नागमणी सरपंच ग्राम पंचायत ढोण्डरा, जनपद पंचायत कोण्टा, विशिष्ट अतिधि श्री सोयम मुक्का, सामाजिक कार्यकर्ता, दोरला आदिवासी समाज कोण्टा, मुख्य वक्ता श्री नैनी जांगय्या एवं अन्य अतिथियों के आगमन पश्चात जनजातीय नायकों की फोटो प्रदर्शनी का उ‌द्घाटन एवं अवलोकन किया गया। तत्पश्चात सभागार में अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर भारत माता, छत्तीसगढ़ महतारी, सरस्वती माँ, शहीद वीरनारायण सिंह, रानी दुर्गावती वीर गुण्डाधुर, कोगरम भीमा, भगवान बिरसा मुंडा आदि के छायाचित्र पर पुष्पर्पण किए एवं राज्य गीत अरपा पैरी के धार का ससम्मान गायन किया गया। कार्यकम में श्री डी सुरेश बाबु, प्राचार्य द्वारा अतिथियों को महाविद्यालय के वर्तमान शैक्षिक एवं संस्थागत व्यवस्था एवं स्थितियों से अवगत कराया। जनजातीय समाज की गौरवशाली अतीत के प्रस्तावना की प्रस्तुतिकरण प्रो. शशिकांत धुवे, संयोजक के द्वारा किया गया। तत्पश्चात कोगरम भीम का लघु चलचित्र का प्रदर्शन किया गया। इस कार्यशाला के मुख्य वक्ता श्री नैनी जांगय्या, सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा जनजातीय नायकों, रानी दुर्गावती की मुगल शासकों से वीरतापूर्वक युद्ध करने, एवं अन्य जनजातीय नायकों के द्वारा स्वतंत्रता संग्राम आंदोलनों में अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध को भगवान बिरसा मुण्डा, कोमरम भीम एवं रामजी गोंड के संघर्षों एवं बलिदानों को प्रमुखता से व्यक्त किये तथा अपनी पंक्ति जीवन है अनमोल रे के साथ समाप्त किए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री सोयम मुक्का जी, संरक्षक दोरला आदिवासी समाज, कोण्टा द्वारा जनजाति की संस्कृति, धर्म, खानपान, वेशभुषा आदि एक आदिवासी की प्रमुख पहचान होती है और आदिवासियों की कृषि एवं अन्य पक्षों से जुड़े त्यौहारों के बारे में बताए, साथ ही जनजातीय नायकों के वीरता एवं उनके संघर्षों के बारे में उद्बोधन दिए। अंत में महाविद्यालय में के छात्र-छात्राओं को अध्ययन कर ऊँचे मुकाम हासिल करने के लिये प्रोत्साहित किये।
मुख्य अतिथि श्रीमती सेमल नागमणि, सरपंच द्वारा जनजातीय वीरों के बारे में वर्णन किया गया। इस कार्यकम में आदिवासी लोकनृत्य का भी प्रदर्शन किया गया। जनजातीय समाज की गौरवशाली अतीत के संबंध में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पाण्डरूम संतोष, द्वितीय करतम नागेन्द्र, तृतीय रब्वा सीता एवं पेंटिग प्रतियोगिता में प्रथम तरन्नुम बानो द्वितीय बारसे मीना तृतीय मड़कम सुशीला आदि प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। कार्यकम का संचालन शशिकांत ध्रुवे, संयोजक एवं आभार प्रदर्शन श्री दुष्यंत कुमार, सहसंयोजक द्वारा किया गया। इस कार्यकम में श्री सेमल नरेश, महामंत्री, सिमगा मड़कम, सामाजिक कार्यकर्ता, विजय मड़कम, पंच आदि अतिथियों के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में महाविद्यालय के अध्यापकगण श्री मुकेश कुमार पटेल, श्री रोहित कुमार जांगड़े, श्री कमलेश निषाद, श्री बालक दास, सुश्री वेणु वर्मा, श्री अमित मंडल, सुश्री संगीता एन्नल, कार्यालयीन स्टॉफ श्रीमती चोंदनी मरकाम, श्री प्रशांत कुमार बघेल, श्रीमती रोहिणी चौरे एवं बीए, बीएससी, बीकॉम के समस्त विद्यार्थीगण एवं एनएसएस के स्वंयसेवकों का सहयोग रहा।

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