कवर्धा, 10 सितंबर 2024/sns/- भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग अन्तर्गत पशुपालन सांख्यिकी प्रभाग के निर्देशानुसार संचालक पशु चिकित्सा सेवायें तथा कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के मार्गदर्शन में सितम्बर से दिसम्बर 2024 के मध्य 21वीं पशु संगणना का कार्य संपन्न होगा। इस दौरान प्रगणकों के द्वारा घर-घर जाकर समस्त प्रकार के पशुधन, पक्षीधन की गणना की जाएगा।
संगणना कार्यक्रम के संबंध में उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें डॉ. एस.के. मिश्रा ने बताया कि पशु संगणना एक राष्ट्रीय महत्व का कार्य है। पशुधन तथा पक्षीधन की संख्या के आधार पर ही विभिन्न केन्द्रीय एवं राज्य पोषित योजनाओं का निर्माण और क्रियान्वयन होता है, इसके साथ ही टीकाकरण, बधियाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, वत्सोत्पादन इत्यादि का लक्ष्य निर्धारण होता है। पशु संगणना से प्राप्त आँकड़ों के आधार पर प्रत्येक 4 माह में न्यादर्श सर्वे के माध्यम से पशुधन उत्पाद जैसे दूध, अण्डा, मांस तथा ऊन के उत्पादन का अनुमान लगाया जाता है। इस प्रकार देश के सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी में भी पशुधन और पक्षीधन की संख्या का अप्रत्यक्ष रूप से योगदान होता है। उन्होंने पशुधन विकास विभाग की ओर से समस्त ग्रामीण और शहरी पशुपालकों से अपील करते हुए कहा कि संगणना के लिए आये हुए प्रगणकों को सही जानकारी प्रदान करते हुए, राष्ट्रीय महत्व के इस कार्य में अपना योगदान दे।