छत्तीसगढ़

कृषि पंप कनेक्शन के साथ कैपेसिटर लगाने की अपील’

पंप सघन क्षेत्रों की बिजली समस्या से निपटने के लिए किसानों से सहयोग की अपेक्षा
राजनांदगांव, 4 मार्च 2024 – छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी राजनांदगांव क्षेत्र द्वारा सभी विभागीय संभाग राजनांदगांव, खैरागढ़, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, मोहला, पंडरिया एवं कवर्धा के सभी कृषि पंप उपभोक्ताओं से अपने कनेक्शनों में पर्याप्त क्षमता अनुसार अनिवार्य रूप से कैपेसिटर लगाकर विद्युत विभाग को सहयोग प्रदान करने की अपील की गई है। गर्मी के मौसम में धान, मक्का और चने की फसल में सिंचाई के लिये एक साथ कृषि पंप चलने से लोड बढ़ गया है। यह समस्या उन क्षेत्रों में गंभीर है जहां पंप कनेक्शनों का घनत्व ज़्यादा है, रबी फसल हेतु चिन्हाकित क्षेत्रों में कृषि पंपों का घनत्व बहुत ज़्यादा हो गया है। प्रत्येक पंप की मोटर इंडक्टिव (क्वाइल से बना) लोड है। जब एक साथ बहुतायत में पंप चलते हैं तो पूरे सिस्टम का लोड असंतुलित होकर बहुत ज़्यादा इंडक्टिव हो जाता है और विद्युत प्रणाली का पॉवर फ़ैक्टर कम हो जाता है। ऐसी स्थिति में ट्रांसफार्मर प्रणाली पर एक तरह की छद्म लोडिंग बढ़ जाती है और वोल्टेज कम हो जाता है। सभी विद्युत पंपो में पर्याप्त क्षमता का कैपेसिटर लगाया जाना आवश्यक है। कैपेसिटर नहीं लगाए जाने से वोल्टेज ड्राप होता है तथा मोटर अधिक करंट लेती है, जिससे मोटर की पानी निकालने की क्षमता कम हो जाती है, एवं जलने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसके अलावा कुछ पंपो से एक डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर पर लोड़ बढ़ता है। कई वितरण ट्रांसफॉर्मर से 11 के.व्ही. लाइनों पर, फिर 33/11 के.व्ही. उपकेन्द्रों पर तथा 33 के.व्ही. लाइनों, इस प्रकार पूरे ट्रांसमिशन सिस्टम पर लोड़ बढ़ता है, जिससे अत्याधिक लो वोल्टेज की समस्या आ जाती है।
इसके लिये ज़रूरी है कि राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप प्रत्येक किसान अपने पंप पर कैपेसिटर लगाये। इस समस्या के समाधान के लिये छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है जैसे पावर ट्रांसफ़ॉर्मरों की क्षमता वृद्धि, अतिरिक्त पावर ट्रांसफामरों की स्थापना, सबस्टेशनों में कैपेसिटर बैंक की स्थापना। साथ ही किसानों से अपने कृषि पंप कनेक्शन में उचित क्षमता के कैपिसिटर लगाने अनुरोध किया गया है।
पॉवर कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि रबी फसल में प्रमुख रूप से धान लगाये जाने के कारण कृषि पंपों के माध्यम से खेतों में सिंचाई हेतु अधिक मात्रा में पानी के उपयोग होने से आकस्मिक रूप से विद्युत लाईनों एवं ट्रांसफार्मर पर अधिक भार आ गया है, जलस्तर नीचे जाने से पंप ज़्यादा लोड खींच रहे हैं। फलस्वरूप कुछ क्षेत्रों में लो-वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हो गई है। अतः समस्त कृषकों से आग्रह है कि अपने स्थापित पंप के स्टार्टर के समीप कैपेसीटर स्थापित करें, ताकि कुछ सीमा तक लो-वोल्टेज की समस्या का निदान हो सके एवं पंप जलने की समस्या से बचा जा सके। यह प्रमाणित तकनीकी उपाय है और इससे समस्या तत्काल काफ़ी हद तक हल हो जाएगी।

बाक्स

पंप की क्षमता – केपिसिटर

0 से 3 एचपी तक- 1 केवीएआर
3 से 5 एचपी तक – 2 केवीएआर
5 से 7.50 एचपी तक- 3 केवीएआर
7.50 से 10 एचपी तक- 4 केवीएआर
10 एचपी से 15 एचपी तक- 5 केवीएआर

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