*अनुसूचित जनजाति के प्रतिभावान विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित*
*सामुदायिक वन संसाधन अधिकार एवं सामुदायिक वन अधिकार मान्यता पत्र वितरित*
*कृषि एवं मनरेगा योजना के तहत आदिवासी किसानों को प्रशासकीय स्वीकृति एवं सामग्री वितरित*
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, 09 अगस्त 2023/ विश्व आदिवासी दिवस पर आज कलेक्ट्रेट के अरपा सभा कक्ष में विधायक डॉ के के ध्रुव के मुख्य आतिथ्य में गरिमामय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति के प्रतिभावान विद्यार्थियों एवं खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। विभिन्न पंचायतों के सरपंचों को सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र, सामुदायिक वन अधिकार मान्यता पत्र, व्यक्तिगत वन अधिकार मान्यता पत्र वितरित किया गया। इसके साथ ही कृषि एवं मनरेगा योजना के तहत आदिवासी किसानों को प्रशासकीय स्वीकृति एवं सामग्री भी वितरित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक डॉ के के ध्रुव ने सभी को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जीपीएम जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है। हम सभी को मिल कर जिले के विकास के बारे में सोचना है, शासन की योजनाओं का लाभ लेना है। उन्होने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा प्राथमिकता से विकास कार्य किए जा रहे है। जनप्रतिनिधि और शासन प्रशासन मिल कर सभी समस्याओं का हल निकालेंगे।
कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य श्रीमती अर्चना पोर्ते ने कहा कि हम सभी विश्व आदिवासी दिवस मनाने के लिए इकट्ठा हुए है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आदिवासी समाज को गरिमा प्रदान करने इस दिवस को छत्तीसगढ़ में अवकाश घोषित किया है। आदिवासी समाज के लिए आज का दिन संास्कृति एवं ऐतिहासिक महत्व का है। मुख्यमंत्री ने हमारे समाज के भगवान बिरसामुड़ा सहित पुरखों को याद करने और उन्हे श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए अवसर दिया है। श्रीमती पोर्ते ने आदिवासी समाज की ओर से मुख्यमंत्री का अभार प्रगट किया।
कलेक्टर श्रीमती प्रियंका ऋषि महोबिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बाहुल्य राज्य है। आदिवासी समाज के विकास, उनकी परंपराओं और उनके संसाधनों को जीवंत बनाए रखने के लिए हर साल विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। जीपीएम जिले का गठन कर क्षेत्र वासियों का समुचित विकास किया जा रहा है। जिला गठन दिवस को अरपा महोत्सव के रूप में मनाते है। नए जिले में संसाधनों की कमी होने के बावजूद भी लगातार विकास कार्य हो रहे है। अगले 4-5 सालों में जीपीएम जिला विकसित जिले के रूप में जाना जाएगा। उन्होंने आदिवासी समाज सहित जिले वासियों से बिना किसी विवाद के जिले के विकास में सहयोग की अपेक्षा की।
समारोह को जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती हेमकुंवर श्याम एवं जनपद अध्यक्ष गौरेला सुश्री ममता पैकरा ने भी संबोधित किया। उन्होने सभी को मिलजुल कर जिले का विकास करने की बात कही और विश्व आदिवासी दिवस की बधाई दी। कार्यक्रम में राज्य युवा आयोग के सदस्य श्री उत्तम वासुदेव, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती पुष्पेश्वरी तंवर, जानकी सार्राटी, संगीता करसायल, नगर पंचायत अध्यक्ष पेंड्रा श्री राकेश जालान, जनपद अध्यक्ष मरवाही श्री प्रताप सिंह मरावी, जनपद अध्यक्ष पेंड्रा श्रीमती आशा बबलू मरावी, सरपंच सेमरा श्रीमती गजमती भानू, श्रीमती समीरा पैकरा, परियोजना निदेशक डीआरडीए श्री कौशल प्रसाद तेंदुलकर, संयुक्त कलेक्टर श्री दिलेराम डाहिरे एवं आनंद रूप तिवारी, एसडीएम पेंड्रारोड श्री अमित बेक, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एनके चंद्रा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास डॉ ललित शुक्ला, तीनों जनपद सीइओ सहित विभिन्न आदिवासी समाजों के प्रमुख एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।।
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर शिक्षा और खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने के लिए 9 बच्चों को सम्मानित किया गया। इनमें 10 वीं बोर्ड में 92.5 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होने पर शासकीय कन्या हाई स्कूल नवागांव की छात्रा कुमारी स्नेहा पैकरा एवं 91.33 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होने पर तेजस्वनी हायर सेकेण्डरी स्कूल गौरेला का छात्र आदित्य पैकरा शामिल है। इसी तरह 12वीं बोर्ड में 88.20 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होने पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोड़री के छात्र तीरथ सिंह एवं 87.4 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होने पर ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल गौरेला की छात्रा कुमारी सोनाली मार्को को सम्मानित किया गया। जिम्नास्टिक में राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन के लिए मनीष कुमार, साइमन, राजू प्रसाद बैगा, हिमांशु सिंह एवं पुष्पराज को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में ग्राम पंचायत पंडरीपानी एवं डाहीबहरा को सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र और ग्राम पंचायत ललाती, जमड़ीखुर्द, लाटा, गिरारी, कोड़गार, उषाड़, कोटखर्रा, करसीवा, धरहर एवं पंडरी को सामुदायिक वन अधिकार मान्यता पत्र वितरित किया गया। इसी तरह ग्राम पंचायत साल्हेघोरी, बस्ती, लमना, कोटमीखुर्द, आमगांव एवं गौरखेड़ा के 40 हितग्राहियों को व्यक्तिगत वन अधिकार मान्यता पत्र वितरित किया गया।
कार्यक्रम में मनरेगा के तहत 8 हितग्राहियों को निजी डबरी निर्माण के 11 लाख 12 हजार रुपए और 11 हितग्राहियों को भूमि सुधार एवं मेंढ़बंधी कार्य के लिए 6 लाख 66 हजार रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान किया गया। शाकंभरी योजना के तहत ग्राम पंचायत गांगपुर के आदिवासी किसान चैनसिंह, जगदीश एवं सदन सिंह को और ग्राम पंचायत नेवसा के आदिवासी किसान सरोधन एवं गोरेलाल को 75 प्रतिशत अनुदान पर 1.5 एचपी विद्युत पंप वितरित किया गया। इसी तरह आईटीडीपी योजना के तहत चुक्तिपानी के बैगा किसान प्रेम लाल एवं छोटे लाल को निःशुल्क 10-10 कुल्थी बीज वितरित किया गया।