छत्तीसगढ़

दो दिवसीय जैविक किसान मेला सह प्रदर्शनी

कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसान सम्मानित अधिक से अधिक लोगों को लाभ लेने कलेक्टर ने की अपील
सुकमा 27 फरवरी 2023 / आज कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी, क्रेडा एवं कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में जैविक किसान मेला सह प्रदर्शनी का दो दिवसीय आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र मुरतोन्डा में किया जा रहा है। इस अवसर पर धान उत्पादन, दलहन उत्पादन, पशुपालन, मत्स्य पालन और उद्यानिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

1 लाख क्विंटल से ज्यादा धान का विक्रय
कार्यक्रम में कलेक्टर श्री हरिस. एस ने शासन के कृषि संबंधित जनकल्याणकारी योजनाओं का संक्षिप्त परिचय दिया। उन्होंने बताया कि जिले में फसलों में 1200 हेक्टेयर में कुटकी और 300 हेक्टेयर में कोदो का रकबा शामिल है और 500 हेक्टेयर में रागी करने का टारगेट रखा गया है। जिसके लिए शासन द्वारा एमएसपी भी दिया जा रहा है। उन्होंने किसानों से प्रति हेक्टेयर में कोदो-कुटकी जैसे उत्पादों के उत्पादन बढ़ाने की अपील की। कार्यक्रम में जैविक कृषि और मिलेट मिशन से संबंधित जानकारी दी और इस दो दिवसीय कार्यक्रम का अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोदो, कुटकी और रागी से होने वाले उत्पादनों का दूसरे प्रदेशों में इसका माग बहुत है। कलेक्टर ने जिले में होने वाले रागी गुणवत्तापूर्ण होने की बात कही। साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 1 लाख क्विंटल से ज्यादा धान का विक्रय किया गया है। उन्होंने लोगों से समूह बनाकर काम करने की अपील की।

कार्यक्रम में जैविक खेती एवं मिलेट मिशन और कृषि संबंधित योजनाओं के बारे में विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में किसानों ने अपने-अपने अनुभव भी साझा किये। किसान मेला में अलग-अलग विभागों द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई है। जहां किसानों को विभागों से संबंधित योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है। कार्यक्रम में हितग्राहियों को साइकिल व्हील हो व मत्स्य जाल सहित अन्य सामग्रियों का वितरण किया गया।
श्री राजू राम नाग जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि शासन-प्रशासन द्वारा लोगों को आर्थिक रूप से स्वावलंबन बनाने के लिए हर समय मदद कर रहा है। सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित है, जिसका लाभ हमें अधिक से अधिक लेना चाहिए। उन्होंने किसान मेला में पारंपरिक कृषि के स्थान पर नये तरकीब जैसे वैज्ञानिक पद्धति का उपयोग करने की सलाह दी।  इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, किसान सहित अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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