छत्तीसगढ़

इस बार 4077 अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य में बेचा धान

रकबा समर्पण में प्रदेश में अव्वल, अवैध बिक्री व भंडारण पर लगा अंकुश

अम्बिकापुर, फरवरी 2023/
खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में पिछले वर्ष की तुलना में  जिले के 4077  अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य में धान बेचा। उपार्जन केन्द्रों में प्रशासन की दुरुस्त व्यवस्था से किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी नहीं हुई। आसानी से उपज की बिक्री व खाते में राशि जमा होने से किसानों में संतुष्टि के भाव व्याप्त हैं। इस बार धान खरीदी में जिले ने कीर्तिमान भी स्थापित किया है। सर्वाधिक रकबा समर्पण कराने में जिला प्रदेश में पहला स्थान पर रहा वहीं चुस्त निगरानी से बिचौलियों के द्वारा अवैध धान बिक्री, भंडारण व परिवहन पर अंकुश लगा। इसके साथ ही इस बार मिलर्स द्वारा धान का उठाव सीधे उपार्जन केंद्र से किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में करीब 3 महीने तक चले समर्थन मूल्य में धान खरीदी 31 जनवरी को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। कलेक्टर के सीधे मॉनिटरिंग से उपार्जन केन्द्रों में व्यक्स्था, किसानों की सुविधा, हमालों की पारिश्रमिक, बारदानों की उपलब्धता, बिचौलियों पर कड़ाई से निगरानी शुरू से किया गया। परिणामस्वरूप सभी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी सुचारू रूप से संचालित हुआ। धान खरीदी से संबंधित अधिकारियों को प्रतिदिन ऑनलाइन बैठक लेकर जरूरी दिशानिर्देश व समस्याओं से अवगत होकर दूर करने का प्रयास किया गया। नोडल अधिकारियो के द्वारा इस वर्ष 18659 किसानों से 3961 हेक्टेयर रकबा समर्पण कराया गया जो प्रदेश में सर्वाधिक रहा।
इस वर्ष समर्थन मूल्य में धान बेचने 52 हजार 82 किसानो ने पंजीयन कराया था जिनमें से 45 हजार 153 किसानों से 2 लाख 38 हजार 324 मीट्रिक टन धान की खरीदी  486.18 करोड़ रुपये का खरीदा गया। इस वर्ष धान बेचने के लिए कुल 73 हजार 987 हेक्टेयर रकबा पंजीकृत था। पिछले वर्ष 49 हजार 613 किसान पंजीकृत थे जिनमें से 41 हजार 76 किसानों ने धान बेचा था।

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