छत्तीसगढ़

कुपोषण और एनीमिया को समाप्त करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित कर एक जन आंदोलन बनाकर कार्य करें – कलेक्टर

अस्पतालों में लेबर रूम,शौचालय, एनआरसी व पेसेंट के लिए बैठने व पानी की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देशस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग का संयुक्त बैठक सम्पन्न         जांजगीर चांपा, नवंबर 2022/ कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय संयुक्त बैठक आयोजित की गई।
       बैठक में कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले में महिलाओं में बढ़ रहे एनीमिया पर चिंता जाहिर करते हुए एनीमिया को समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को मिलकर काम करने कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लगातार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के माध्यम से कुपोषण हटाने के लिए अभियान चलाने के साथ बच्चों और महिलाओं के नियमति स्वास्थ्य जांच के निर्देश देते आए हैं। जिले में इस अभियान को सफल बनाने की भी जिम्मेदारी हमारी है।
       कलेक्टर ने कहा कि जिले में कुपोषण व एनीमिया को समाप्त करने के लिए जनभागीदारी के साथ सभी अधिकारी-कर्मचारी से, स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मिलकर कार्य  करें।उन्होंने कहा जब तक जनभागीदारी से अभियान नहीं चलाएंगे तब तक अभियान सफल नहीं होगा अतः सभी जन भागीदारी से कार्य करें।
       कलेक्टर ने कहा सारे सुपरवाइजर,बीपीएम बीएमओ, स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
       बैठक में कलेक्टर ने स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास संबंधी योजनाओं की विस्तार से चर्चा की और साथ ही खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना जैसे योजना पर चर्चा करते हुए इन योजनाओं का लाभ लेने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी को स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं का पंपलेट तैयार कर ग्राम पंचायतों में बांटे।
       कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना घर गली मोहल्ले तक आ रहा है यह योजना विशेषकर बच्चों व महिलाओं को ध्यान में रखकर किया गया है इसमें मिल रहे मुफ्त इलाज व मुक्त दवाइयों का लाभ लेने के लिए प्रेरित करें।
       इस दौरान कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित धनवंतरी मेडिकल स्टोर योजना के लाभ को भी बताया वहां जरूरतमंदों को बहुत ही सस्ते लगभग 60% छूट में दवाइयां सस्ते दामों में प्राप्त कर सकते हैं।उन्होंने कहा अस्पतालों में लेबर रूम,शौचालय, एनआरसी व पेसेंट के लिए बैठने व पानी की व्यवस्था दुरुस्त करे।
      बैठक में जिला पंचायत सीईओ ज्योति पटेल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री आर.के.सिंह, महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अनिता अग्रवाल सहित सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

जिले में संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट में मनाया गया विश्व मधुमेह दिवस 593 लोगों ने कराया उपचार      जांजगीर चाम्पा, नवम्बर 2022/ विश्व मधुमेह (डायबिटीज) दिवस हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता है और यह दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रम है। इस दिन का उद्देश्य मधुमेह पर जागरूकता और रोकथाम के महत्व पर जोर देना है। इस बारे में जानकारी फैलाना और अधिक से अधिक लोगों को निवारक युक्तियों और किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर मधुमेह के प्रभाव के बारे में शिक्षित करना है।
      इसी कड़ी में विगत दिवस जांजगीर-चांपा जिले एवं नव गठित सक्ति जिले में मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अंतर्गत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट में विशेष स्वास्थ्य शिविर विश्व मधुमेह दिवस मनाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने अपना शुगर जांच कराते हुए मधुमेह बीमारी से संबंधित जानकारी प्राप्त की। सरकार के द्वारा संचालित निशुल्क स्वास्थ शिविर में 170 प्रकार की दवाई समेत 41 प्रकार के पैथोलॉजी लैब जांच समेत ह्रदय जांच हेतु ईसीजी की सुविधा बिल्कुल नि:शुल्क उपलब्ध है।
14 नवम्बर को ही क्यो मनाया जाता है विश्व मधुमेह दिवस –
      14  नवम्बर चार्ल्स, बेन्टिंग का जन्म दिन है जिन्होंने कानाडा के टोरन्टो शहर में बेन्ट के साथ मिलकर सन 1921 में इन्सुलिन की खोज की थी। इतिहास की इस महान खोज को अक्षुण रखने के लिए इन्टरनेशनल डायबिटीज फेडेरेशन (आईडीएफ) द्वारा 14 नवम्बर को पिछले दो दशको से विश्व डायबिटीज दिवस हर साल मनाया जाता है।
मधुमेह के मुख्य लक्षण –
     मधुमेह के मुख्य लक्षणों में थकान, कमजोरी, पैरों में दर्द, पैर का घाव ठीक न होना या गैंग्रीन का रूप ले लेना, अधिक पेशाब और भूख लगना, वजन कम होना, बार- बार चश्मे का नंबर बदलना, जननांगों में खुजली और संक्रमण होना, दिल या मानसिक समस्याएं आदि प्रमुख लक्षण है।
इस बीमारी से बचने के उपाय –
      इस गंभीर बीमारी से बचने के लिए हमें अपने खानपान के साथ-साथ, रहन-सहन आदि पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। इसके साथ ही इससे बचने के लिए योग करें, अपने वजन को काबू में रखें, अपने रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रण में रखें, धुम्रपान और शराब से दूर ही रहें, दिन भर में कम से कम 15 से 20 मिनट तक पैदल चलें, हमेशा ताज़ा खाना ही लें, डिब्बाबंद और फ्रोजन खाने से दूर रहें, हमेशा सक्रिय बने रहें, ज्यादा आराम न करें, नियमित शुगर स्तर जांच कराएं एवं समय-समय पर चिकित्सक से परामर्श लेने से मधुमेह से बचा जा सकता है।
इलाज के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी जानकारी –
      विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर जिले में संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट में कुल 593 लोगों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया वहीं 589 लोगों को निशुल्क दवा वितरण एवं 239 लोगो का पैथोलॉजी लैब टेस्ट हुआ जिसमे 184 लोगो ने अपना शुगर परीक्षण कराया। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना अंतर्गत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट में इलाज पूर्णतः निशुल्क है, जहां मरीजों को इलाज के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी दी जाती है।

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