भेंट-मुलाकात : अर्जुनी
- सड़कों पर आवारा मवेशियों की मौजूदगी पर बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि गौठान हमारे छत्तीसगढ़ की पुरानी परम्परा है। आवारा मवेशियों की समस्या से निपटने के लिए गाँव-गाँव में गौठान बनाए जा रहे हैं।
- मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से पैरा (पराली) न जलाने की अपील की। उन्हें मवेशियों के चारा के लिए इस्तेमाल करने की बात कही।
- उन्होंने कहा कि इससे मवेशियों को चारा मिलेगा तो उनका पेट भरेगा साथ ही उनसे मिलने वाले गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाकर उसे खेतों में खाद की तरह उपयोग कर सकते हैं। इससे उत्पादन भी बढ़ेगा।
- इस कदम से फसल के लिए रासायनिक खादों के इस्तेमाल से होने वाले नुक़सान से बचा जा सकता है।
- जैविक खाद से फसल के सेवन से शरीर को कोई नुकसान नहीं है, जो मानवता की सेवा भी है।