कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने की महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा
जगदलपुर, अक्टूबर 2022/ कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान कुपोषण को हराने के लिए निर्णायक लड़ाई की आवश्यकता बताई। शुक्रवार को जिला कार्यालय के प्रेरणा कक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कुपोषण के कारण सिर्फ शरीर ही नहीं मानसिक कमजोरी भी होती है। उन्होंने कहा कि कुपोषण को कम करने के लिए उन क्षेत्रों की पहचान करें, जहां कुपोषण की दर अधिक है। उन क्षेत्रों में कुपोषण के अधिक दर के कारण को भी जानें।
कलेक्टर ने कहा कि कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मितानीन के साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग व स्वास्थ्य विभाग के सेक्टर और परियोजना स्तरीय अधिकारियों की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्होंने कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र तक लाने के लिए पालकों को मानसिक रुप से तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए पालकों से सतत संवाद बनाए रखने की आवश्यकता बताई।
कलेक्टर ने कहा कि कुपोषण की समस्या को दूर करना छत्तीसगढ़ शासन की प्राथमिकता है तथा जिला प्रशासन द्वारा भी इस दिशा में सभी कदम उठाए जा रहे हैं। कुपोषित बच्चों और गर्भवती माताओं को गर्म भोजन के रुप में खिचड़ी, रागी का हलवा और अण्डा दिया जा रहा है। उन्होंने इन योजनाओं का लाभ सभी पात्र हितग्राहियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने इन योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की समस्या से तत्काल अवगत कराने को भी कहा, जिससे इनका समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
कलेक्टर ने इसके साथ ही मिशन उत्कर्ष के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की नियुक्ति सुनिश्चत करने, कार्यकर्ता और सहायिका का प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होेंने सभी धात्री माताओं पूरक पोषण आहार का वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने कुपोषण के साथ ही एनीमिया की समस्या को दूर करने पर भी जोर दिया। उन्होंने सुरक्षित प्रसव कराने के लिए सभी एनीमिक महिलाओं का प्रसव उच्च स्वास्थ्य संस्थानों मंे सुनिश्चत करने के निर्देश भी दिए। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ आरके चतुर्वेदी, जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. मैत्री सहित महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के विकासखण्ड और सेक्टर स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
