छत्तीसगढ़

जटिल से जटिल बीमारियों का आयुर्वेद पद्धति से किया जा रहा है उपचार

बीजापुर, अक्टूबर 2022- बीजापुर जिले में आयुर्वेद विभाग के चिकित्सकों द्वारा विभिन्न जटिल बीमारियों का उपचार कर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है जिससे लोगों का रूझान आयुर्वेद की ओर दिख रहा है। मरीज गोपाराम कश्यप उम्र 38 वर्ष ने बताया पेशाब मे जलन की समस्या से 3 माह तक परेशान था तभी आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. विष्णु खटवा के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उसूर में मेरा ईलाज किया गया ईलाज के दौरान चन्दनासव, चन्द्रप्रभावटी, अश्वगंधा चूर्ण और नेफ्रिन कैप्सूल का सेवन करने का परामर्श दिया एवं उक्त औषधी निःशुल्क प्रदाय किया गया जिसके सेवन से अब मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हूं।
           इसी तरह एक मरीज श्री अश्वनी मिश्रा उम्र 38 वर्ष ने बताया कि विगत 6 माह से अर्शरोग से पीड़ित या जिसका ईलाज डॉ. विष्णु कुमार खटुवा द्वारा किया गया। ईलाज के दौरान अर्शोहनी वटी, कासीसादि तेल, अभारिष्टा औषधियॉं सेवन करने का परामर्श दिया नियमित रूप से औषधी सेवन करने एवं डाक्टर के परामर्श से अब मै पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हूं। दोनों मरीजों ने आयुर्वेद पद्धति से उपचार को बेहतर बताया और आयुर्वेद विभाग एवं उनके कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से लाभान्वित होकर कुपोषण से मुक्त हुई बालिका मोनिका मण्डावी

बीजापुर, अक्टूबर 2022- वर्तमान समय में कुपोषण एक गंभीर समस्या बनी हुई है। कुपोषण स्तर से निजात दिलाने हेतु शासन स्तर से कई ऐसी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिससे कुपोषण को दूर करने में काफी योगदान मिली है। वर्तमान में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान आंगनबाडी केन्द्रो के माध्यम से संचालित किया जा रहा है मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के दौरान अतिरिक्त पौष्टिक आहार, मिल्ट चिक्की, अण्डा एवं गरम भोजन, प्रतिदिन सब्जी खाने को दिया जाता है, इन सब से आंगनबाडी केन्द्रों के हितग्राहियों को लांभावित किया जा रहा है।                 एकीकृत बाल विकास परियोजना भैरमगढ़ के सेक्टर पातरपारा अंतर्गत आंगनबाडी केन्द्र ओडसा मे दर्ज बालक/ बालिका का वजन प्रति दिवस लिया जाता है, इसी वजन के आधार पर बच्चों का कुपोषण स्तर को मापा जा सकता है। साथ ही कुपोषण से प्रभावित बच्चें का चिन्हांकन किया जाता है। इस दौरान मोनिका मण्डावी को कुपोषित बच्चें के रूप में आंगनबाडी कार्यकर्ता सेवती ठाकुर द्वारा चिन्हांकित किया गया। बालिका मोनिका मण्डावी का जन्म 18 अक्टूबर 2019 को भैरमगढ़ हास्पिटल में हुआ। जन्म के समय बालिका का वजन 2.500 किग्रा था जन्म के कुछ दिन बाद से बालिका का वजन पुनः लिया गया जिसमे बच्ची के वजन में कमी दिखने लगी। जिससे बच्ची गंभीर कुपोषित हो गई। मोनिका की स्थिति को देखकर उनकी माता श्रीमती लखमी मण्डावी परेशान रहने लगी थी। साथ ही कार्यकर्ता सेवती ठाकुर द्वारा बच्चें की स्थिति को देखने पश्चात बालिका को (पोषण पुर्नवास केन्द्र) भैरमगढ़ में भर्ती कराया गया। पोषण पुर्नवास केन्द्र में 15 दिवस भर्ती के दौरान बालिका के उचित देख-रेख और संतुलित आहार खान-पान सही तरीके के कराने की सलाह दी गई। 2-3 दिन के अंतराल में आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती सेवती ठाकुर द्वारा बालिका मोनिका की हाल-चाल देखने पोषण पुर्नवास केन्द्र जाती थी। इस दौरान बच्चें में काफी सुधार आया। आंगनबाडी कार्यकर्ता सेवती ठाकुर एवं सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा गृह भेट के दौरान बालिका मोनिका की माता को शीघ्र स्तनपान, सतत स्तनापन 6 माह तक लगातार कराने साथ ही उपरी आहार व स्वच्छता, टीकाकरण के बारे में समय-समय पर जानकारी दी गई मोनिका की माता को कार्यकर्ता सेवती ठाकुर एवं सेक्टर पर्यवेक्षक के द्वारा समझाया गया। 15 दिवस बाद पोषण पुर्नवास केन्द्र से घर वापसी के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानित, बीजादूतीर वालेंटियर द्वारा बच्चे की माता को घर पर ही पोषणबाडी तैयार करने को कहा गया। मोनिका की मां को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा बताया गया कि बच्चे को और उनके माता को रोजाना आंगनबाडी केन्द्र आने को कहा। वर्तमान में मोनिका मण्डावी का वजन 9 किग्रा है जो सामान्य स्तर मे है। आज अपने बच्चे की स्थिति मे सुधार को देखते हुए बच्चें के माता- पिता और परिवार ने शासन- प्रशासन एवं महिला बाल विकास विभाग का आभार व्यक्त किया।

भारी वर्षा से दीवार के गिरने से मृतक के वारिस को 4 लाख रूपए सहायता राशि स्वीकृत
बीजापुर, अक्टूबर- कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा द्वारा जिले के अन्तर्गत प्राकृतिक प्रकोपों के अंतर्गत भारी वर्षा से दीवार के गिरने से मोड़ियम सामैया की मृत्यु होने के कारण राजस्व पुस्तक परिपत्र 6/4 अंतर्गत छत्तीसगढ़ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन प्रावधानों के तहत प्रदत अधिकारों का प्रयोग करते हुए मृतक के निकटतम वारिस उनके पिता श्री बालैया, ग्राम पटेलपारा, चिंताकोंटा तहसील उसूर जिला बीजापुर को 4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत किया गया है। उक्त स्वीकृत सहायता राशि का भुगतान संबंधित हितग्राहियों के बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से किये जाने के निर्देश संबंधित तहसीलदार को दिए गए हैं।

संयुक्त कलेक्टर द्वारा किया गया पोषण पुर्नवास केन्द्र का औचक निरीक्षण बीजापुर, अक्टूबर 2022-जिले में कुपोषण को कम करने के लिए सघन अभियान चलाया जा रहा हैं, जिसके अंतर्गत पोषण पुर्नवास केन्द्र संचालित की जा रही है जहाँ अतिगंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पुर्नवास केन्द्र पर 15 दिवस हेतु भर्ती कर विशेष देखरेख एवं आहार से लाभांवित किया जाता है जिससे बच्चों को कुपोषण से बाहर लाया जा सके।
      संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सुमन राज द्वारा भोपालपटनम सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अंतर्गत संचालित पोषण पुर्नवास केन्द्र का निरीक्षण किया गया निरीक्षण के दौरान बीएमओ डाँ राजेन्द्र राय एवं फीडिंग डेमोशट्रेशन उपस्थित रहे। केंद्र मे 06 बच्चें संदर्भित पाया गया 04 बच्चे के माता द्वारा घर ले जाना बताया गया। इस पर फीडिंग डेमोशट्रेशन को निर्देशित किया गया कि सभी बच्चो को 15 दिवस नियमित रूप से संदर्भित रख देखरेख  एवं आहार से लाभांवित किया जाये। ताकि बच्चे को जल्द से जल्द कुपोषण की श्रेणी से बाहर लाया जा सके पोषण पुर्नवास केन्द्र में आहार तालिका एफ-75/100 का प्रदर्शन करने हेतु निर्देशित किया गया। पोषण पुर्नवास केन्द्र का भी जायजा लेते हुए,  साफ-सफाई एवं आवश्यक आहार की नियमित आपूर्ति बनाये रखने हेतु निर्देशित किया गया। मददेड़ पोषण पुर्नवास केन्द्र का भी निरीक्षण किया गया निरीक्षण के दौरान 01 भी बच्चे संदर्भित होना नही पाया गया। पंजी 04 बच्चे संदर्भित होना पाया गया। इस पर नाराजगी जाहीर करते हुए। संदर्भित बच्चें की विशेष देखरेख करने के लिए निर्देश किया गया फिडींग डेमोशट्रेशन अनुपस्थित रही। दोनो पोषण पुर्नवास केन्द्र में संदर्भित होने वाले बच्चों व माताओं को डिस्चार्ज के समय दी जाने वाले बच्चों के कपड़ा व साडी की भी जानकारी ली गई एवं निदेर्शित किया गया कि सभी संदर्भित होने वाले बच्चां एवं माताओं को कपडे व साडी से लाभांवित कराना सुनिश्चित करे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *