रायपुर, 29 अगस्त 2022/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोक पर्व तीजा (हरतालिका तीज) के अवसर पर प्रदेशवासियों को, विशेषकर महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने सभी तीजहारिन माताओं और बहनों के प्रति अपनी शुभकामनाएं प्रकट करते हुए लोगों के लिए सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। मुख्यमंत्री ने आज यहां जारी अपने बधाई संदेश में कहा है कि छत्तीसगढ़ के जन-जीवन में पारंपरिक तीज-त्यौहार रचे बसे हैं। इनका हमारी संस्कृति में विशेष महत्व और प्रभाव रहा है। यहां तीजा की भी विशिष्ट परम्परा रही है। तीजा मनाने के लिए बेटियों को पिता या भाई उन्हें ससुराल से मायके लिवाकर लाते है। बुजुर्ग महिलाएं भी इस खास मौके का इंतजार करती हैं। इस मौके पर मायके में सहेलियां मिलकर अपना सुख-दुख साझा करती हैं। तीजा पर्व के एक दिन पहले करू भात ग्रहण करने की परम्परा है। तीज के दिन महिलाएं पति के दीर्घायु की मंगलकामना के साथ निर्जला व्रत रखती हैं और पूरी रात जागकर भजन-कीर्तन कर शिव-पार्वती की पूजा-अर्चना करती हैं।
श्री बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार अपनी मूल संस्कृति से जुड़े त्यौहारों और परम्पराओं को सहेजने का हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश में हरेली, तीजा-पोरा, भक्तमाता कर्मा जयंती, छेर-छेरा पुन्नी, विश्व आदिवासी दिवस, छठ पूजा के दिन सार्वजनिक अवकाश की शुरूआत की गयी है। इसके साथ ही लोक पर्वों के सामाजिक सरोकारों को बनाए रखने के लिए उनको जन सहभागिता से पूरे उत्साह के साथ मनाने की परंपरा शुरू की गई है। जिससे नई पीढ़ी भी लोक संस्कृति और त्यौहारों से जुड़ने लगी हैं।
22 आवेदन हुए प्राप्त रायपुर 23 दिसंबर 2024। कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने आज कलेक्टोरेट परिसर के रेडक्राॅस सोसायटी सभाकक्ष में जनदर्शन के माध्यम से जिले के दूर-दराज से आम लोगों की समस्याएं सुनी। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों को त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान 22 आवेदन प्राप्त हुए। […]
रायपुर, 5 जून 2022/भेंट मुलाक़ात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आमजन से सीधा संवाद कर लोगों की समस्या सुन रहे हैं और समस्याओं का त्वरित निदान भी कर रहे हैं। आज कोदागांव भेंट मुलाकात कार्यक्रम की समाप्ति पर लोगों से आवेदन लेने खुद जनता के बीच पहुंचे। इसी दौरान कोदागांव निवासी दिव्यांग रमेश साहू […]
जांजगीर-चांपा , मई 2022/ उद्यानिकी फसल उत्पादन अंतर्गत टमाटर, बैगन, अमरूद, केला, पपीता, मिर्च एवं अदरक में खरीफ वर्ष 2022-23 अंतर्गत पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लागू की गई है। जिले के ऋणी व अऋणी कृषक 15 जुलाई 2022 तक लोक सेवा केन्द्र, बैंक शाखा, सहकारी समिति या बीमा कंपनी बजाज […]