छत्तीसगढ़

मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में संभाग के पांचों जिलों के वर्मी कंपोस्ट का हो रहा विश्लेषण, संभागायुक्त ने कहा कि प्रयोगशाला का विश्लेषण होगा बेहद उपयोगी

-रूआबांधा के संभागीय मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला का निरीक्षण किया संभागायुक्त ने
दुर्ग , जुलाई 2022/संभागायुक्त श्री महादेव कावरे आज रूआबांधा स्थित मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला पहुंचे। यहां संभाग के पांचों जिले के वर्मी कंपोस्ट के सैंपल मंगवाये गये हैं। इनके विश्लेषण का कार्य किया जा रहा है। इनके विश्लेषण से प्राप्त निष्कर्ष खेती किसानी के हित के लिए विशेष उपयोगी होंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए संयुक्त संचालक कृषि श्री राजेश राठौर ने बताया कि प्रयोगशाला में तेजी से वर्मी कंपोस्ट के नमूनों का विश्लेषण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि शासन की महत्वाकांक्षी योजनांतर्गत गौठानों में निर्मित वर्मी कम्पोस्ट के गुण नियंत्रण का दायित्व संभागीय मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला को दिये जाने के निर्देश के परिपालन में वर्ष 2020 से मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला रूआबांधा में वर्मी कम्पोस्ट का विश्लेषण किया जा रहा है। जिसमे वर्ष 2020-21 में 1021, वर्ष 2021-22 में 1082 एवं वर्तमान वर्ष 2022-23 मे आज दिनांक तक 141 तथा अब तक कुल 2244 वर्मी कम्पोस्ट नमूनों का विश्लेषण किया जा चुका है।
संभाग आयुक्त ने विश्लेषण प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कर कार्य की सराहना करते हुए विश्लेषण रिपोर्ट समयावधि में उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया। मिट्टी की उर्वरता बनाये रखने में संतुलित उर्वरक एवं वर्मी कम्पोस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका है, इसका लाभ अधिक से अधिक कृषकों तक पहुंचे यह सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।
संभागायुक्त ने कहा कि वर्मी कंपोस्ट के माध्यम से मिट्टी के कार्बनिक संतुलन को बनाये रखने में काफी मदद मिलती है। मिट्टी को बेहतर करना जैविक खेती की दिशा में बड़ा कदम है। यह खुशी की बात है कि दुर्ग संभाग के किसान तेजी से जैविक खाद अपना रहे हैं। इससे उनका उत्पादन भी अच्छा हो रहा है।
इस दौरान सहायक मिट्टी परीक्षण अधिकारी श्रीमती पुष्पा राजेन्द्रन भी उपस्थित रहीं।

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