रायगढ़, मई 2022/ जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ के निर्देशन और विकासखंड शिक्षा अधिकारी पुसौर के मार्गदर्शन में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से पुसौर विकासखंड के कुछ प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में समर कैम्प का आयोजन किया जा रहा हैं। इस पूरे कार्यक्रम में उस शाला के शिक्षक साथियों का सहयोग बहुत ही सक्रिय रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है, गर्मी के छुट्टी के दौरान बच्चों के साथ मिलकर खेल-खेल में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया निरंतरता बनाए रखना तथा मजेदार गतिविधि से सीखने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना।
बाल-गीत, बाल-कविता, कहानी सुनना-सुनाना, बच्चों की कहानी, कहानी निर्माण, चलो देखे-लिखे-इस में बच्चों के साथ समूह मैं अवलोकन और अवलोकन आधारित बातचीत तथा लेखन मैं कार्य किया जा रहा है। इस प्रकार ही गणित में मुख्य रूप से संख्या समझ को लेकर कार्य किया गया। मुखौटा, टोपी निर्माण, कागज के जहाज निर्माण, बजने वाले सामग्री का निर्माण, मिट्टी के खिलौने बनाने, इत्यादि खेलकूद-प्रतिदिन एक मजेदार खेल एक माध्यम से शिक्षण कराना है।
हम जानते है कि पिछले कुछ समय में बच्चों की सीखने की प्रक्रिया मैं कोरोना के कारण बहुत बड़ी बाधा उत्पन्न हुई जिसका असर बच्चों के अधिगम स्तर में नुकसान के रूप में दिखाता है। इस पहलू को ही ध्यान में रखा ग्रीष्मकालीन अवकाश में बच्चों के पढऩे लिखने की प्रक्रिया की निरंतरता को बनाए रखने के उद्देश्य से सीखना सिखाना केंद्र की संकल्पना किया गया हैं। इस केंद्र मैं बच्चों के साथ लगातार जुड़ कर उनके सीखने की प्रक्रिया को यथावत जारी रखने के लिए तमाम अकादमिक कार्य किया जा रहे है। इन सभी कार्य मैं मुख्य तौर पर पढऩा-लिखना, शुरुआती संख्या ज्ञान पर कार्य किया जाएगा। जिससे कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के उपरांत बच्चे जब पुन: शाला में आए तो उनके अधिगम स्तर में एक सकारात्मक परिवर्तन दिखे। शालाओं की सूची जहाँ कार्यक्रम आयोजित हुआ उनमें दर्रामुड़ा, जतरी, जेवरीडीह, खडिय़ापारा, बोंदा, बिंजकोट, तुरंगा, तेलीपली पुसौर और कोंडातराई दोनों मालदा और पुसौर शामिल है।