रायगढ़, , मई 2022/ संभाग आयुक्त डॉ.संजय अलंग आज रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ के अनुविभागीय व तहसील कार्यालय के निरीक्षण में पहुंचे। यहां उन्होंने राजस्व से जुड़े कामकाज की समीक्षा की। एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदार न्यायालय में लंबित व निराकृत प्रकरणों की उन्होंने जांच की। इस दौरान उन्होंने राजस्व अभिलेखों के संधारण का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने कानूनगो शाखा में पंजियों के व्यवस्थित संधारण नहीं होने पर प्रभारी कर्मचारी को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए तथा अगले 15 दिनों में सभी पंजियों को अद्यतन करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री आर.ए.कुरूवंशी, डिप्टी कमिश्नर बिलासपुर श्री अखिलेश साहू भी उपस्थित रहे।
संभाग आयुक्त डॉ.अलंग ने तहसील कार्यालय के स्टॉफ को निर्देशित करते हुए कहा कि राजस्व मामलों का समय से निराकरण करना सभी राजस्व अधिकारियों का प्राथमिक दायित्व है। अत: तहसील अंतर्गत लंबित प्रकरणों का जल्द निराकरण करें। उन्होंने पटवारियों द्वारा समय पर प्रतिवेदन नहीं दिए जाने को लेकर नाराजगी जताई और एसडीएम को निर्देशित किया कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में तेजी के लिए पटवारियों से समय से प्रतिवेदन लिया जाए। संभाग आयुक्त डॉ.अलंग ने तहसीलदार न्यायालय अंतर्गत सिविल मामलों के लंबित प्रकरणों की जानकारी ली। उन्होंने प्रकरणों के आर्डर शीट का अवलोकन किया। कुछ प्रकरणों में पटवारी से प्रतिवेदन अपेक्षित होने पर समय से उसे मंगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले किसान तथा अन्य पक्षकारों को जल्द से जल्द उनके प्रकरण का निराकरण करके दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने बी-1, बी-2, बी-3, सी-1, सी-2 की जानकारी ली। उन्होंने नायब तहसीलदार न्यायालय के प्रकरणों की भी समीक्षा की। साथ ही नाजिर शाखा, आवक-जावक, माल जमादार, कानूनगो शाखाओं के काम-काज का भी निरीक्षण किया।
इस मौके पर संयुक्त कलेक्टर डिगेश पटेल, एसडीएम धरमजयगढ़ सीमा पात्रे, तहसीलदार भोजराम डहरिया, प्र.तहसीलदार छाल बाज, नायब तहसीलदार लीलाधर चंद्रा व अर्पण कुर्रे सहित तहसील कार्यालय के समस्त स्टॉफ उपस्थित रहे।
प्रकरण ऑनलाईन दर्ज करें व समय-सीमा में उनका निराकरण सुनिश्चित हो, राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में संभागायुक्त ने दिए निर्देश
संभाग आयुक्त डॉ.संजय अलंग ने धरमजयगढ़ जनपद कार्यालय के सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने अनुविभाग अंतर्गत राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। जिसके तहत उन्होंने अविवादित एवं विवादित नामांतरण, खाता विभाजन, सीमांकन, बंटवारा, जैसे प्रकरणों की तहसीलवार जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों को प्रकरणों को ऑनलाईन दर्ज करने तथा समय-सीमा में उनके निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति से प्राप्त आवेदन का समुचित परीक्षण कर प्रक्रियानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। जिससे आवेदक का प्रकरण जल्द निराकृत हो। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के कामकाज की रूटिन में समीक्षा करने के निर्देश दिए। जिससे कार्य में कसावट आए।
संभागायुक्त डॉ.अलंग ने भगवती नायक को सौंपा नामांतरण का दस्तावेज
अपने दौरे के दौरान उन्होंने तहसील कार्यालय पहुंचे, लोगों से भी चर्चा की। जिसमें धरमजयगढ़ तहसील के ग्राम ओंगना की भगवती नायक भी पहुंची हुयी थी। उन्होंने चर्चा के दौरान संभाग आयुक्त डॉ.संजय अलंग को बताया कि वे अपने इस काम के सिलसिले में पहली बार तहसील कार्यालय में आयी है वो भी अपना कार्य पूर्ण होने के पश्चात दस्तावेज लेने के लिए। संभाग आयुक्त डॉ. अलंग ने जब उनसे इस बारे में विस्तार से पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने गांव में पटवारी को फौती नामांतरण के लिए आवेदन दिया था। जिसका निराकरण ई-नामंातरण प्रक्रिया के तहत हो गया है। इसके लिए उन्हें तहसील कार्यालय आने की जरूरत नहीं पड़ी थी। आज वे कार्यालय में प्रथम बार सीधे अपने दस्तावेज लेने आयी है। उन्होंने राजस्व प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की और उसे नागरिकों के लिए श्रम व समय की दृष्टि से बेहद सुविधाजनक बताया।
