धमतरी अप्रैल 2022/ मौसमी और संक्रामक बीमारी छोटी माता (चिकन पॉक्स) 10 साल से कम उम्र के बच्चों में पाया जाने वाला रोग है। यह वयस्कों को भी प्रभावित करता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे ने छोटी माता के लक्षण की जानकारी देते हुए बताया कि मरीज के शरीर पर सबसे पहले दाने दिखाई देते हैं। उसके बाद यह दाने चेहरे, हाथ और पैर पर फैल जाते हैं। साथ ही खुजली, अचानक बुखार होना, पीठ में दर्द, सिरदर्द, भूख में कमी और बीमार महसूस करना इस बीमारी के लक्षण हैं।
इससे बचाव के उपाय के बारे में डॉ.तुर्रे ने बताया कि छोटी माता के दौरान होने वाले खुजली से राहत पाने के लिए कैलेमाइन लोशन, दर्द से राहत पाने दर्द नाशक दवाईयां जैसे पैरासिटामॉल और आईबुप्रोफेन का उपयोग किया जा सकता है। साफ तौर पर कहा गया है कि एंटी वायरल दवाईयां केवल चिकित्सक की सलाह पर निर्धारित अथवा गंभीर स्थिति में लिया जाए। इसके अलावा छालों को खरोचकर होने वाले संक्रमण से बचाव के लिए नाखूनों को छोटा काटा जाना चाहिए और रोगी को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।