छत्तीसगढ़

विश्व क्षय नियंत्रण दिवस के अवसर पर 40 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण

रायगढ़ मार्च 2022/ कलेक्टर श्री भीम सिंह के दिशा-निर्देशन व सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी के मार्गदर्शन में विश्व क्षय नियंत्रण दिवस मनाया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ.बी.पी.पटेल, मेडिकल कालेज के प्रोफेसर (पल्मोनरी मेडिसीन) डॉ. गणेश पटेल एवं क्षय रोग विशेषज्ञ डॉ.जय कुमारी चौधरी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ भवना महलवार उपस्थित रहे।
विश्व क्षय नियंत्रण दिवस के अवसर पर जिले के सभी विकासखण्डों के अंतर्गत 40 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सी.एच.ओ.) को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें जिले को टी.बी. मुक्त बनाने की कार्ययोजना की जानकारी दी गई। टी.बी. मरीजों की खोज हेतु 2021-22 में 3800 का लक्ष्य दिया गया था, जिसके विरूद्ध 1924 मरीजों का जांच एवं उपचार किया गया तथा 51 प्रतिशत 1350 मरीजों को रोगमुक्त किया गया। क्षय रोग एक संक्रामक रोग है जो शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है रोगी के खांसने, छींकने व बोलने पर उनके संपर्क में आने वालों को टी.बी.रोग फैल सकता है। इसलिये टी.बी. के संदेहास्पद मरीजो एवं उनके संपर्क में आने वाले अन्य व्यक्तियों को मॉस्क का उपयोग करना चाहिये, जिससे टी.बी. होने से बचाव हो सके। दो हफ्ते से ज्यादा खांसी होना, शाम को हल्का बुखार आना, वजन कम होना एवं छाती में दर्द होने पर नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर बलगम की जांच करायें। चिकित्सकीय परीक्षण उपरांत रोग चिन्हांकित होने पर डॉट्स की दवाई द्वारा 6 से 9 महीने तक उपचार लेना पड़ता है जिससे व्यक्ति दवाई के नियमित सेवन से स्वस्थ हो जाता है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रो में क्षय रोग के जांच एवं उपचार की सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध करायी जाती है, इसलिये बीमारी न छिपाएं, नि:षुल्क जाँच एवं इलाज पाएँ और क्षय रोग मुक्त राज्य बनायें।

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