छत्तीसगढ़

कुपोषण से मुक्त हुआ बालक शौर्य साहनी मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान बना वरदान

बीजापुर / फरवरी 2022- जिला मुख्यालय बीजापुर के आंगबाड़ी केन्द्र बीजापुर में शौर्य साहनी, मंगलशाय व सरस्वती का पांचवा पुत्र है। जो बैदरगुड़ा में पढ़ता है शौर्य का जन्म 24 फरवरी 2018 को मंगलशाय साहनी के यहां हुआ था। शौर्य बचपन से ही कमजोर था। जन्म के समय शौर्य का वजन 2.400 किलोग्राम था। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती उषा रोटेल द्वारा शौर्य की मां सरस्वती देवी को गृहभेंट के माध्यम से शीघ्र स्तनपान एवं सतत् स्तनपान 6 माह के बाद उपरी आहार व साथ में स्तनपान, स्वच्छता, टीकाकरण के बारे में समय-समय पर जानकारी दी गई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व पर्यवेक्षक के द्वारा संयुक्त गृहभेंट कर पर्यवेक्षक द्वारा नियमित रूप से पोषक माता सरस्वती को आंगनबाड़ी केन्द्र में मुख्य मंत्री सुपोषण अभियान से लाभांवित किया गया और नियमित रूप से परामर्श दिया जाता रहा कि अपनी आहार में हरी साग-सब्जी का उपयोग किया जाय जिससे प्रभावित होकर शौर्य की माता व पिताजी ने घर मे ही पोषणबाड़ी बनायें आज घर की बाड़ी का सब्जी रोज के खाना में उपयोग किया जा रहा है। विभाग द्वारा कुपोषण से निजात लाने के लिए शासन स्तर पर योजना का क्रियान्वयन किया जाता रहता है। कुपोषण को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से संचालित किया जा रहा है मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के दौरान अतिरिक्त पौष्टिक आहार, र्फोटिफाईड, मूंगफल्ली, चिक्की, पौष्टिक बिस्कीट, अण्डा एवं गरम भोजन से आंगनबाड़ी केन्द्रों के हितग्राहियों को लांभान्वित किया जा रहा है। इसी का परिणाम रहा की आज शौर्य का वर्तमान वजन 12.800 किलोग्राम है जो सामान्य श्रेणी मे है। मंगलशाय के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को शुक्रिया एवं धन्यवाद व्यक्त किया गया उनका बच्चा शारीरिक रूप से स्वस्थ्य होकर कुपोषण से से बाहर आ गया।

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