रायगढ़, जनवरी 2022/ महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा पहली बार 2008 में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के कार्यभार दिनांक 24 जनवरी को महिला सशक्तिकरण के रूप में देखते हुए बालिका दिवस मनाया गया। तब से 24 जनवरी को प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। बालिका दिवस मनाने का उद्धेश्य बालिकाओं में उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता लाना है। इसके अलावा समाज में बालिकाओं के उचित सम्मान एवं प्रत्येक क्षेत्र में उनको समान अवसर प्रदान के लिए प्रोत्साहित करना आयोजन का प्रमुख उद्धेश्य है। समाज में व्याप्त कुरातियों को दूर करने के लिए बालिका दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष प्रदेश में जागरूकता लिए महिला सशक्तिकरण संबंधी विभिन्न कार्यक्रमोंं का आयोजन किया जाता है। जिससे समाज में बेटा एवं बेटी में समानता की भावना उत्पन्न हो। इसके साथ ही शासन द्वारा बालिकाओं को बचाने एवं आगे लाने के लिए कई कानून जैसे लिंग चयन प्रतिषेध तकनीक (पी.सी.पी.एन.डी.टी.) एक्ट एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं जैसे विभिन्न योजनाएं संचालित किया जा रहा है। जिससे बालिकाओं की हिस्सेदारी एवं अवसर सभी क्षेत्रों में समान रूप से बढ़ रही है।