छत्तीसगढ़

पोषण पुनर्वास केन्द्र में कुपोषित बच्चों को भर्ती कराने योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें- कलेक्टर कुपोषण कम करने मुख्यमंत्री सुपोषण योजना का सतत् मॉनिटरिंग करने के दिये निर्देश

उत्तर बस्तर कांकेर दिसम्बर 2021-महिला एवं बाल विकास विभाग की स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा योजना की समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने कहा कि बच्चों को कुपोषण चक्र से बाहर निकालने के लिए गंभीरतापूर्वक  कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि योजना का लाभ गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सेक्टर सुपरवाईजरों की होती है, उन्हें शत-प्रतिशत हितग्राहियों को लाभान्वित करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने वजन त्यौहार की समीक्षा करते हुए कहा माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों का वजन की प्रतिमाह ली गई रिपोर्ट के साथ मिलान करें, जिससे बच्चां का कुपोषण की प्रतिशत में वृद्धि या कमी हुई है, इसका ज्ञात हो सकेगा। उन्होंने सभी परियोजना अधिकारी और पर्यवेक्षकों को कोविड-19 टीकाकरण अभियान में सहयोग करने के लिए प्रशंसा व्यक्त करते हुए बधाई दी।
कोदो का खिचड़ी और रागी का हलवा 34 सेक्टरों से शुरूआत किया गया था, अब सभी सेक्टरों में जनवरी 2022 से प्रारंभ किये जाने के निर्देश दिये। आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से गरम भोजन दिये जाने कुपोषित बच्चों और गर्भवती माताओं का सेक्टरवार चिन्हांकित करें, ताकि शत-प्रतिशत हितग्राहियों को योजना का लाभ मिल सके। कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती करवाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना सुनिश्चित करें, जिससे एक भी कुपोषित बच्चे पोषण पुनर्वास केन्द्र में भेजने से न छूटे। कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने महातारी जतन योजना की समीक्षा करते हुए सेक्टर सुपरवाईजरों से कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कार्यशैली में सुधार लाने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजनांतर्गत शत-प्रतिशत हितग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिये। गांवों के चिन्हांकित कुपोषित बच्चों को अस्पताल तक पहुंचाने एम्बुलेस की व्यवस्था करने के लिए खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को सूचना दें, ताकि बच्चों को समय पर पोषण पुनर्वास केन्द्रों तक पहुंचाई जा सके। बैठक में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सी.एस. मिश्रा, संरक्षण अधिकारी तुलसी मानिकपुरी, विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी अशोक कौशिक, परियोजना अधिकारी चारामा शकुन्तला कोमरे, अंतागढ़ जागेश्वर परते, नरहरपुर निर्मला धु्रव, सहित समस्त पर्यवेक्षक उपस्थित थे।

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