छत्तीसगढ़

वन विभाग द्वारा विलुप्त प्रजाति सांप सेण्ड बोवा का संरक्षण

राजनांदगांव दिसम्बर 2021। वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव श्री एन गुरूनाथन नेे कुछ व्यक्तियों द्वारा सांप की विलुप्त प्रजाति को राजनांदगांव में बेचने की गोपनीय सूचना मिलने पर वन विभाग के अमले को संबंधितों के विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वन विभाग द्वारा राजनांदगांव विकासखंड के सिंघोला-बंगालीभोथीपार मार्ग में 5 व्यक्तियों को विलुप्त प्रजाति सांप सेण्ड बोवा को विक्रय करने ले जाते गिरफ्त में लिया गया। जिसमें ग्राम रेंगाडबरी बालोद निवासी दीपक सोनी, शांति नगर राजनांदगांव निवासी मो. हारून, बेलगांव राजनांदगांव निवासी दीपक, सेक्टर 6 भिलाई निवासी मनोज निर्मलकर एवं मोतीपुर राजनांदगांव निवासी सोमेश कुमार साहू पर कार्रवाई की गई। कार्रवाई में परिक्षेत्र अधिकारी राजनांदगांव श्री टीडी धृतलहरे, सहायक परिक्षेत्र अधिकारी, राजनांदगांव (शहर) श्री केके वर्मा एवं वन रक्षक श्री रामसिंह साहू, श्री सुभाष साहू, श्री भावदास साहू, श्री हेमंत साहू, श्री झलेन्द्र दैवेभो शामिल थे।
वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव श्री एन गुरूनाथन नेे बताया कि विलुप्त प्रजाति सांप सेण्ड बोवा की पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका है। सांप सेण्ड बोवा के चमड़े (खाल) की विदेशों में बहुत मांग है। धन के लालच में तस्कर इन सांपों की तस्करी करते हंै। जिससे हमारा पर्यावरण संरक्षण प्रभावित होता है। इस तरह इनकी संख्या कम होती जा रही है। इसकी रोकथाम के लिये शासन द्वारा वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 लागू किया गया है। अपराधियों के विरूद्ध इसी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा ही है। वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव श्री एन गुरूनाथन ने जनसामान्य से अपील की है कि वन्य प्राणियों को किसी तरह से नुकसान पहुंचाया जाता है या थोड़े से धन लाभ के लिए वन्य प्राणियों की तस्करी की जाती है, तो इसकी सूचना तत्काल वन मंडल कार्यालय राजनांदगांव परिक्षेत्र कार्यालय एवं क्षेत्र में पदस्थ वन अमला को दें। ताकि वन्य प्राणियों को बचाया जा सके।

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