दुर्ग / दिसंबर 2021/एनजीजीबी के अंतर्गत गौठानों में पांच तरह की एक्टिविटी पर सबसे ज्यादा फोकस किया जाएगा। इन एक्टिविटी में पशुपालन, जैविक कीटनाशक, मशरूम, केंचुआ उत्पादन, सब्जी उत्पादन जैसे कार्य प्रमुख हैं। इसके अलावा स्थानीय जरूरतों के अनुसार नवाचार किया जा सकता है। यह बात जिला पंचायत सीईओ श्री अश्विनी देवांगन ने एनजीजीबी की समीक्षा बैठक में कही। श्री देवांगन ने कहा कि गौठानों को स्वावलंबी बनाने के साथ ही उनमें तेजी से आर्थिक विकास के अवसर पैदा करना है, इसके लिए रोजगार ठौर के रूप में इन्हें विकसित कर रहे हैं इन रोजगार ठौर की क्षमता तब और बढ़ेगी जब परंपरागत साधनों के साथ ही हम नये प्रयोग भी करेंगे। जिन पांच गतिविधियों पर उन्होंने फोकस करने कहा। उनमें पहला मत्स्यपालन, मुर्गीपालन, बटेरपालन, दूसरा जैविक कीटनाशक (निमास्श्र), ब्रम्हास्त्र, तीसरा मिनी राईस, मशरूम उत्पादन, चौथा केंचुआ उत्पादन और पांचवा चारागाह एवं बाड़ी में मिश्री फलदान, सब्जी उत्पादन कार्य आदि कार्य हैं।
स्व-सहायता समूह करें नवाचार को प्रोत्साहित- स्वसहायता समूह ऐसे क्षेत्रों में फोकस करें जहां स्थानीय बाजार का अच्छा लाभ उठाया जा सकता है। समूहों को इसके लिए तैयार करना है, साथ ही इसे करने के लिए विशेषज्ञता भी प्रदान करनी होगी। एक बार अच्छा नतीजा मिलेगा तो समूह हमेशा के लिए इसे अपनायेगा और भविष्य में दूसरे समूहों के लिए भी राह खुलेगी।
मनरेगा के कार्यों को तेजी से करें पूर्ण- महात्मा गांधी नरेगा के अंतर्गत निर्माण कार्य प्रगति लाने जैस अभिसरण के तहत निर्माण कार्य आंगनबाडी केन्द्र, नवीन ग्राम पंचायत भवन, धान चबूतरा निर्माण, चारागाह, मुक्तिधाम शेड, उचित मूल्य की दुकान, चेक डेम सोक पीट प्रगतिरत निर्माण कार्याे को तत्काल पूर्ण किया जावे। विभाग द्वारा गोधन योजना के तहत मोबाईल मोनिटिंग ऐप्प जारी किया गया है। जिसमें गोबर क्रय व विक्रय का ब्यौर दिया जाता है। प्रतिदिन इसे अपडेट करें।
शीतलहर को देखते हुए करें विशेष व्यवस्था – जिले में शीत लहर के प्रभाव को देखते हुए जिला पंचायत सीईओ ने सभी जनपद पंचायत सीईओ को बैठक में जनपद पंचायत क्षेत्र में अलाव जलाने व जरूरत मंदों को कंबल इत्यादि की व्यवस्था किये जाने को कहा ताकि ग्रामीण जिले के नागरिकों को ठंड के कारण किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नही हो।