छत्तीसगढ़

मिर्च की फसलों पर थ्रिप्स कीट के प्रकोप का नियंत्रण एवं प्रबंधन

बिलासपुर / दिसम्बर 2021। मिर्च की फसल ज्यादातर रस चूसने वाले कीटॉ से प्रभावित होती है, जिसमें वर्तमान में मिर्च की फसलें थ्रिप्स से अत्यधिक प्रभावित हो रही हैं। जिले में मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण इस कीट के प्रकोप की स्थिति बनी हुई है। थ्रिप्स कीट पीले रंग के छोटे आकार (1-2 मिमी लंबे) पत्तियों से रस चूसने वाले और बहुत ही तीव्र गति करने वाले होते है। ये पत्तियों, तनों और फलों से रस चूसते हैं, जिसके कारण पत्तियां कर्ल हो जाती हैं और पीली पड़ जाती हैं। पीली पड़ी पत्तियां प्रकाश संश्लेषण के अभाव में भोजन नही बना पाती, जिसके कारण फलन नही हो पाता और उपज सीधे प्रभावित होती है। थ्रिप्स के जरिए वाइरस की कुछ बीमारियां भी फैलती हैं। उपसंचालक उद्यान बिलासपुर के द्वारा इस कीट के नियंत्रण हेतु उपाय भी बताए गए है। जिले के किसानों को इस कीट के प्रकोप से बचाने के लिए फसल चक्र अपनाना चाहिए तथा खरपतवारों को नष्ट करना चाहिए। रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग मृदा परीक्षण उपरांत ही संतुलित मात्रा में करना चाहिए। कीट का प्रकोप होने पर पौधों के प्रभावित भागों को नष्ट करके अपने फसलों को कीट के प्रकोप से बचाया जा सकता है। कीटों से बचाव के लिए रासायनिक नियंत्रण अंतर्गत इमिडौक्लोप्रिड 17.8 एस.एल. प्रतिशत का 3 एम.एल. को 10 लीटर पानी में मिलाकर पौधौं पर छिड़काव करें। जिले के किसान भाई अपनी फसलों को थ्रिप्स कीट से बचाने हेतु विकासखण्ड में स्थित शासकीय उद्यान रोपणियों के उद्यान अधीक्षक एवं वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र बिलासपुर से संपर्क कर उचित सलाह प्राप्त कर सकते हैं।

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