छत्तीसगढ़

सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों को गंभीरता से समझकर त्वरित एवं ठोस निराकरण सुनिश्चित करें-कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा

कवर्धा, 22 अप्रैल 2025/sns/- कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने कहा कि सुशासन तिहार के माध्यम से नागरिकों की समस्याओं का समयबद्ध समाधान एवं शासन की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में प्राप्त आवेदनों को गंभीरता से लेते हुए उनकी मांगों एवं समस्याओं को समझकर त्वरित एवं ठोस निराकरण सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों का निर्धारित समय में निराकरण करने के निर्देश विभागवार अधिकारियों को दिए। उन्होंने प्राप्त आवेदनों की विस्तृत समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी आवेदनों को संबंधित विभागों को प्रेषित होने के बाद उनका समयबद्ध, ठोस एवं गुणवत्तापूर्ण निराकरण सुनिश्चित करें। बैठक में अपर कलेक्टर मोनिका कौड़ो, श्री मुकेश रावटे, श्री नरेंद्र पैकरा, श्री विनय पोयाम, डिप्टी कलेक्टर श्री आरबी देवांगन, सुश्री हर्षलता वर्मा सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री वर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अधिकारी अपने-अपने विभागों को प्राप्त आवेदनों का परीक्षण स्वयं की निगरानी में करें, और ऐसे आवेदन जो संबंधित विभाग के नहीं हैं, उन्हें अन्य विभाग में स्थानांतरित करने से पूर्व सतर्कता पूर्वक परीक्षण कर वास्तविक विभाग को भेजें। उन्होंने सुशासन तिहार के अंतर्गत प्राप्त शिकायतों को गंभीरता से लेने, उनके निराकरण में संवेदनशीलता बरतने तथा प्रत्येक आवेदन की अद्यतन स्थिति से प्रतिदिन अपडेट रहने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि शिविर के पूर्व विभागों को प्राप्त सभी आवेदनों का परीक्षण कर उनका समुचित निराकरण कर लिया जाए और इस प्रक्रिया में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि किसी भी आवेदन को बिना परीक्षण के अस्वीकृत न किया जाए तथा ऐसे आवेदन जिनका निराकरण संभव नहीं है या जो अपात्र हैं, उन्हें अस्वीकृत करते समय प्रमुख कारणों का उल्लेख करते हुए संबंधित आवेदक को अवगत कराया जाए।
कलेक्टर श्री वर्मा ने आगामी खरीफ सीजन को ध्यान में रखते हुए जिले में खाद एवं बीज की उपलब्धता और भंडारण की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गर्मी के बाद धान की बुवाई प्रारंभ हो जाती है, ऐसे में सभी आवश्यक तैयारियां समय पर पूर्ण कर ली जाएं, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में खाद और बीज का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर ने प्रभारी मंत्री, विधायक निधि, सांसद निधि और अनुसंशा से स्वीकृत विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने और सतत मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मिनी स्टेडियम, सीसी रोड, नाली निर्माण, मंच निर्माण और महतारी सदन जैसी घोषणाओं का कार्य शीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने एग्रीस्टेक परियोजना के तहत किसानों के लिए फार्मर आईडी निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए इसे प्राथमिकता से पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री वर्मा ने जिले में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों तथा अधोसंरचना निर्माण की प्रगति की गहन समीक्षा करते हुए कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में स्वीकृत सिंचाई परियोजनाओं के तहत भू-अर्जन मामलों की समीक्षा करते हुए राजस्व विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि इन प्रकरणों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करें। उन्होंने प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बन रही सड़कों की भी समीक्षा की और निर्माण कार्यों में किसी भी तरह की देरी न होने देने के निर्देश दिए। बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत जिले में निर्माणाधीन आवासों की प्रगति की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी आवास लंबित न रहे और यदि किसी कारणवश कार्य रुका है, तो तुरंत समस्या का समाधान कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाए। इस दौरान उन्होंने प्रारंभ और अप्रारंभ आवास की स्थिति की जानकारी ली उन्होंने कहा कि आवास मित्रो की बैठक लेकर प्रतिदिन कार्यों की मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर ने अमृत सरोवर योजना की समीक्षा करते हुए सख्त निर्देश दिए कि जनपद सीईओ इन कार्यों में तेजी लाए। शासन के निर्देशानुसार जिले में सभी ग्राम पंचायत में अमृत सरोवर का निर्माण किया जाएगा।
कलेक्टर श्री वर्मा ने राजस्व पखवाड़ा के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समस्त आवेदनों का तहसीलवार वर्गीकरण करते हुए एक सुव्यवस्थित सूची तैयार की जाए, ताकि प्रत्येक आवेदन की स्थिति स्पष्ट रूप से दर्ज हो सके। उन्होंने विशेष रूप से निर्देशित किया कि जिन प्रकरणों में अविवादित नामांतरण एवं बंटवारे संबंधी आवेदन प्राप्त हुए हैं, उनका तत्काल निराकरण सुनिश्चित किया जाए। ऐसे प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाए, ताकि आवेदकों को शीघ्र निराकरण हो। इसके अतिरिक्त विवादित नामांतरण एवं बंटवारे से संबंधित प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा के भीतर किया जाना अनिवार्य है। ऐसे मामलों में तथ्यों के आधार पर उचित निर्णय लिया जाए, जिससे अनावश्यक विलंब से बचा जा सके। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री जनदर्शन, कलेक्टर जनदर्शन, जन शिकायतों और पीएमओ पोर्टल में लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *