छत्तीसगढ़

बीजापुर के अति संवेदनशील क्षेत्रों के बच्चे जुड़ गए है शिक्षा के मुख्यधारा से

16 साल बाद बंद स्कूलों के पुनः संचालन से हजारों बच्चे को मिल रहा है शिक्षा का लाभ

आत्मानंद हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में बेहतर भविष्य गढ़ रहे है जिले के विद्यार्थी

स्मार्ट क्लास और टीवी के माध्यम से सुगम शिक्षा सुलभ
बीजापुर, सितम्बर 2023- जिले में चारों विकासखंड मुख्यालय में 14 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय एवं 23 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय संचालित किया जा रहा है। जिनमें अंग्रेजी माध्यम के 2524 एवं 8384 हिन्दी माध्यम कुल 10908 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहें है। स्वामी आत्मानंद स्कूलों में उन्नत किस्म के क्लास रुम, डिजीटल क्लास रुम, लैब लाईब्रेयरी सहित आकर्षक माहौल तैयार किया जा रहा है। जिसमें बच्चों के सर्वागीण विकास में सहायता मिल रही है। सलवा जुडूम अभियान और नक्सली दहशत के चलते अंदरुनी व अतिसंवेदनशील क्षेत्र के 16 साल पहले बंद स्कूलों में से 199 स्कूल खोलने में जिला प्रशासन को सफलता मिली है। 16 सालों से इन गांवों में शिक्षा की बुनियादि सुविधा नहीं होने से हजारों बच्चे शिक्षा के अधिकार से वंचित थे जिनके हाथों में अब कापी-कलम और किताब आ जाने से उन्हें अशिक्षा के अंधकार से आजादी मिलने की राह आसान हो गयी है। ये गांव बीजापुर के अतिसंवेदनशील दुर्गम व पहुंच विहीन ईलाकों में शामिल है जहां 16 सालों बाद शिक्षा की बुनियाद फिर से रख पाना आसान नही था लेकिन शासन और जिला प्रशासन के सकारात्मक पहल व ग्रामीणों की सहभागिता ने इसे आसान बनाने मे महती भूमिका निभाई। बीजापुर, भैरमगढ़, उसूर व भोपालपटनम के धुर नक्सल प्रभावित गांव पेददाजोजेर, कमकानार, बुरजी, मल्लूर,पालनार, पुसनार, चोखनपाल, मेटापाल, मर्रीवाड़ा, गुज्जाकोंटा,सेन्ड्रा, पिल्लूर, मल्लेमपेंटा, उड़तामल्ला, पालागुडा, पुलादी, मडकापाल, कुंगलेर, वायनार जैसे अतिसंवेदनशील व पहुंचविहीन गांव मे 16 साल बाद फिर से खोले गये है जिनमें 7122 बच्चे शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़े। इन गांवों में छ.ग. सरकार और जिला प्रशासन की मदद से गांवों के युवा बेरोजगार को ज्ञान-दूत के रुप में निश्चित मानदेय पर ग्राम पंचायत के प्रस्ताव पर नियुक्त किया गया है जिनके माध्यम से इन ईलाकों में शिक्षा की रोशनी बच्चों के भविष्य को रोशन करेगी। बीजापुर जिले अंतर्गत सत्र 2019-20 में 51 नक्सल प्रभाव से बंद स्कूलों को खोला गया है जिसमें 12वीं उत्तीर्ण शिक्षादूतों के माध्यम से स्कूलों का संचालन किया जा रहा है जिन्हें प्रतिमाह 10 हजार मानदेय राशि प्रदाय किया जाता है वर्ष 2021-22 नक्सल प्रभाव से बंद 111 स्कूलों को खोला गया है एवं वर्ष 2022-23 में 37 स्कूल खोले गये है। वर्तमान में खोले गये स्कूलों में दर्ज संख्या 7122 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। जिले में शिक्षा को प्रभावी ढंग से मजबूत करने डिजिटल क्लास रुम एवं 100 से अधिक प्राथमिक शालाओं में टीवी के माध्यम से भी बच्चों को रोचक ढंग से शिक्षा सुलभ कराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के सफल क्रियान्वयन से कुपोषण में आई कमी

बीजापुर, सितम्बर 2023- जिले में वजन त्यौहार 2018 के अनुसार कुपोषण का प्रतिशत 38.50 था। जो कि साढे़ चार वर्ष में माह जुलाई 2023 की स्थिति में कुपोषण का प्रतिशत 18.97 है। कुपोषण में कमी का प्रतिशत 19.53 हो गया है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत प्रतिदिन 41256 हितग्राहियों को लाभन्वित किया जा रहा है। जिसमें 06 माह से 06 वर्ष तक के सभी बच्चे, गर्भवती महिलाएं, शिशुवती माताएं, शाला त्यागी किशोरी बालिकाएं, 11 से 49 आयु वर्ग के समस्त एनीमिक महिलाएं लाभान्वित हो रहे है। बीजापुर सुपोषण अभियान के सफलता पूर्ण क्रियान्वयन हेतु जिले के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में पक्का तार फेन्सिंग पोषण वाटिका निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें प्रारंभिक चरण में जिले के 374 आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका पूर्ण कर लिया गया है। जिले में कुल 51 स्व सहायता समूहों के द्वारा (लेयर फार्मिग) अण्डा उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। उत्पादित अण्डों को सुपोषण अभियान अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों के कार्यकर्ताओं के द्वारा उठाव कर हितग्राहियों को गर्म भोजन के साथ प्रदाय किया जा रहा है। जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत मिलेट चिक्की आंगनबाड़ी के हितग्राहियों को प्रदाय किया जा रहा है। जिले के कोकड़ापारा बीजापुर में निर्माण यूनिट का स्थापना कर मिलेट चिक्की का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 61 नक्सल पीड़ित महिलाओं को एवं स्थानीय युवाओं को स्थायी रोजगार मिला है। जिले में मल्टी ग्रेन दलिया गर्म भोजन के रूप में आंगनबाड़ी के हितग्राहियों को प्रदाय किया जा रहा है। जिले के रीपा मिन्गाचल में निर्माण यूनिट का स्थापना कर मल्टी ग्रेन दलिया का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसमें 10 युवाओं को स्थायी रोजगार मिला है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के प्रारंभ में 14251 एनिमिक महिलाओं को चिन्हांकित किया गया था। वर्तमान में योजना से लाभान्वित होकर 7453 महिलाएं एनीमिया से मुक्त हुए है। कुल 52.29 प्रतिशत महिलाओं को एनीमिया से बाहर लाया गया है।आयुर्वेद विभाग अर्न्तगत विभिन्न पदों पर भर्ती हेतु आवेदकों की सूची जारी


03 अक्टूबर 2023 तक पंजीकृत डाक से स्वीकार किए जाएंगे दावा आपत्ति

बीजापुर, सितम्बर 2023- आयुर्वेद विभाग अंतर्गत चतुर्थ श्रेणी औषधालय सेवक, मसाजर, वार्ड ब्यॉय, रसोईया, किचन सर्वेन्ट एवं चौकीदार के रिक्त पदों की सीधी भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया था जिसके अंर्तगत प्राप्त आवेदनों का अवलोकन पश्चात दावा आपत्ति किए जाने हेतु समिति द्वारा अनुमोदित सूची का प्रकाशन किया गया है। सूची जिले के वेबसाईट

www.bijapur.gov.in पर एवं जिला कार्यालय के सूचना पटल पर उपलब्ध है। जिसका अवलोकन कर यदि किसी आवेदक/अभ्यर्थी को सूची में दर्शित प्रविष्टियों के संबंध में किसी भी प्रकार की दावा आपत्ति हो तो वह पंजीकृत डाक/स्पीड पोस्ट के माध्यम से 03 अक्टूबर 2023 तक सायं 5ः30 बजे तक जिला आयुर्वेद कार्यालय बीजापुर में अपना आवेदन आवश्यक दस्तावेजों के साथ प्रस्तुत कर सकते हैं। कोरियर अथवा अन्य किसी माध्यम से दावा आपत्ति मान्य नहीं किया जाएगा। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त दावा आपत्ति पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।

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