छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, परंपरा व खेल को आगे बढ़ाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध – प्रभारी मंत्री श्री गुरू रुद्रकुमार

प्रभारी मंत्री ने किया हरेली पर्व पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का शुभारंभ

गिल्ली-डंडा, बांटी और रस्साकसी खेल में आजमाया हाथ, खिलाड़ियों का किया उत्साहवर्धन

जिले के नागरिकों को दी हरेली पर्व और छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल की बधाई

मुंगेली, जुलाई 2023// छत्तीसगढ़़ की पहली त्यौहार हरेली पर्व के अवसर पर आज जिला मुख्यालय स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री गुरू रूद्रकुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने स्टेडियम परिसर में पारंपरिक कृषि यंत्रों एवं औजारों की विधि-विधान से पूजा अर्चना की तथा गौमाता को हरा-चारा व फल खिलाकर जिले के नागरिकों को हरेली पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इसके पश्चात प्रभारी मंत्री ने इंडोर स्टेडियम में छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर ग्राम पंचायत लिलवाकापा के 18 से 40 आयुवर्ग की महिलाओं के दो टीमों के बीच कबड्डी खेल के लिए टास कराकर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने जनप्रतिनिधियों व गणमान्य नागरिकों के साथ बांटी, गिल्ली-डंडा, गेंड़ी, रस्साकसी सहित कई खेलों में हाथ भी आजमाया और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री श्री गुरु रुद्र कुमार ने कहा कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, परंपरा, पर्व और खेलों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में हमारी सरकार सभी वर्ग के हितों के लिए लगातार कार्य कर रही है। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आमजनता को सीधा लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरेली पर्व छत्तीसगढ़ की पहली त्यौहार है और आज से ही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल की शुरुआत हो रही है। इसके लिए भी आप सभी को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लेखनी सोनू चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के विलुप्त हो रहे परंपरा व संस्कृति को पुनर्जीवित करने का कार्य किया है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप ग्रामीण प्रतिभाओं को खेल में जौहर दिखाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का आयोजन किया जा रहा है। नगर पालिका अध्यक्ष श्री हेमेंद्र गोस्वामी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर हम सब छत्तीसगढ़ की पारंपरिक त्यौहारों को मिल-जुलकर उत्साह के साथ मना रहे हैं। साथ ही आज से छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक शुरू हो रहा है, इसके लिए बहुत बहुत बधाई। कलेक्टर श्री राहुल देव ने कहा कि आज का दिन प्रदेश की संस्कृति को अलंकृत करने, आत्मसात करने और गर्व करने का दिन है। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री संजीत बनर्जी, आदर्श कृषि उपज मण्डी मुंगेली के अध्यक्ष श्री आत्मा सिंह क्षत्रिय, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण की सदस्य सुश्री रत्नावली कौशल, छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के सदस्य श्री प्रभु मल्लाह, छत्तीसगढ़ रजक कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री दुखुवाराम निर्मलकर, छत्तीसगढ़ ऊर्दू अकादमी बोर्ड के सदस्य श्री एजाज खोखर सहित अन्य जनप्रतिनिधि, पुलिस अधीक्षक श्री चन्द्रमोहन सिंह, अपर कलेक्टर श्री विजेन्द्र पाटले, मुंगेली एसडीएम सुश्री आकांक्षा शिक्षा सहित संबंधित विभाग के अधिकारी, गणमान्य नागरिक श्री सागर सिंह बैस, श्री राकेश पात्रे, श्री दुर्गा बघेल और बड़ी संख्या में खिलाड़ीगण व कोच उपस्थित थे। मंच संचालन जिला कलेक्टोरेट के अधीक्षक श्री अशोक सोनी ने किया।
वरिष्ठ खेल अधिकारी श्री संजय पाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने, प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने व उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं खेल भावना का विकास करने हेतु आज से छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का शुभारंभ हो गया। इस खेल के तहत छत्तीसगढ़ के 16 पारम्परिक खेलों गिल्ली-डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बांटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेंड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सीकूद और कुश्ती का आयोजन किया जाएगा। इस खेल प्रतियोगिता में बच्चों से लेकर महिला एवं पुरूष वर्ग के प्रतिभागी भाग ले सकेंगे। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा 18 से 40 वर्ष आयु वर्ग और तीसरा वर्ग 40 वर्ष से अधिक उम्र के लिए है। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों के लिए 06 स्तर निर्धारित किये गये है। इसके अनुसार पहले ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र स्तर पर राजीव गांधी युवा मितान क्लब स्तर पर 22 जुलाई तक खेलों का आयोजन नाकआउट पद्धति से होगा। जोन स्तर पर 26 जुलाई से 31 जुलाई तक, विकासखण्ड-नगरीय स्तर पर 07 अगस्त से 21 अगस्त तक, संभाग स्तर पर 10 सितम्बर से 20 सितम्बर तक और राज्य स्तर पर 25 सितम्बर से 27 सितम्बर तक छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के आयोजन के उपरांत विजेता प्रतिभागी-दलों को राज्य स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के अंतिम दिवस के अवसर पर पुरस्कार राशि का वितरण किया जाएगा।

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