बाढ़ग्रस्त क्षेत्रो में सड़क, पुल-पुलिया का आवश्यक मरम्मत कार्य करने के निर्देश
कलेक्टर ने ली समय-सीमा की बैठक
बीजापुर, सितम्बर 2022- कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा ने समय-सीमा की बैठक में जिले में हुई अतिवृष्टि का समीक्षा करते हुए बाढ़ के दौरान हुई पशु क्षति, मकान, फसल एवं जन क्षति का मूल्यांकन त्वरित करते हुए राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत तत्काल प्रकरण बनाकर पीड़ितो को मुआवजा प्रदान करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए। वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मैपिंग कर कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए ताकि आगामी बारिश को मददेनजर रखते हुए समुचित कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। बैठक में विभिन्न संचालित विकास कार्यो की विस्तृत समीक्षा की गई। जिसके अंतर्गत निर्माणाधीन सड़क, पुल-पुलिया, भवन की प्रगति, शासकीय संस्थाओं में पेयजल की सुलभता मलेरिया सहित संक्रामक बीमारियों के रोकथाम की कार्यवाही, कोविड टीकाकरण, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रदाय की जाने वाली पूरक पोषण,स्कूल, आश्रम-छात्रावासों में भोजन, पढ़ाई सहित स्वास्थ्य देखभाल की जानकारी ली। 17 सितम्बर को आयोजित होने वाली रक्तदान शिविर के आयोजन में सभी विभागों की भागीदारी सुनिश्चित करने, सहित छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरुवा, गरुवा, घुरवा एवं बाड़ी की विस्तृत समीक्षा की गई।
इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री रवि कुमार साहू, एसडीएम बीजापुर श्री पवन कुमार प्रेमी, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सुमनराज सहित जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारीगण, एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत सहित नगरीय निकाय के सीएमओ उपस्थित थे।
पोषण माह अंतर्गत जिले के 1146 आंगनबाडी केन्द्रों में कहानी वाचन
बीजापुर, सितंबर 2022.पोषण माह अंतर्गत जिले के समस्त आंगनबाडी केन्द्रों में कहानी वाचन की गतिविधि करवायी गयी। जिसमें आगंनबाड़ी केन्द्र के सभी 03 से 06 वर्ष के बच्चें शामिलएगर्भवती माताएंए शिशुवति माताएं भी शामिल हुई। युनीसेफ वर्ल्ड विजन इंडिया जिला समन्वयक श्रीमती सरिता देशमुख के द्वारा परियोजना बीजापुर के आंगनबाडी केन्द्र डारापारा में बच्चों को कहानी सुनाया गया। कहानी सुनना.सुनाना बच्चों को भाषा सीखने में बहुत मदद करती है। कहानी सुनना बच्चों के लिए रूचिकर होने के साथ.साथ उनकी सृजनात्मकता को भी बढ़ाने वाला होता है। बच्चो पर कहानियों का बहुत असर पढ़ता है। बच्चों में नैतिकता का विकास होता हैं जो सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। उन्हे ईमादारी एवं सत्यता से संबंधित कहानी सुनाने पर उनमें नैतिकता का विकास होगा । कई बच्चों को अपनी संस्कृति के बारे में ज्ञान नही होता हैए ऐसे मे कहानियों के माध्यम से उन्हे इतिहास व परम्पराओं के बारे में बताया जा सकता हैं ज्यादातर बच्चे कहानी को ध्यान पूर्वक सुनते है इससे न सिर्फ उन में सुनने की क्षमता का विकास होता हैए बल्कि उनमें संयम का भाव भी पैदा होता है। जब उस बच्चों को कहानी सुनाते हैए तो कहानी की रोचकता के कारण आगे क्या होगा यह जानने की उत्सुकता बढ जाती हैए जिससे बच्चे जिज्ञाशु होने लगते है। बच्चो का उत्सुक होना और कल्पनाशील होना दोनो अलग.अलग है बच्चों को कहानी सुनाने पर उनमें एकाग्रता का विकास होता हैए क्योंकि बच्चें कहानी सुनने के लिए अधिक ध्यान देते है। कहानी में कुछ ऐसे शब्द होते है जिसे वो पहली बार सुनते हैए बच्चे ना सिर्फ इन शब्दो के मतलब को जानने का प्रयास करते हैए बल्कि उनकी शब्दावली भी बढ़ती हैं। कहानियां न सिर्फ बच्चों को मनोरंजन करती है उन्हे लुभाती भी है। कहानी चाहे छोटी हो या बड़ी अगर कोई बच्चा कहानी सुनता हैए तो उन्हे कहानी के अधिकतर पात्र और किस्से याद रह जाते है इसे बाद में व दूसरों को भी सुनाते है।
तीन नदियों को पार कर दुर्गम गांवों में कोविड का टीका लगाने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने पर लौटते समय दल ने सीने तक भरी तीन नदियों को पैदल पार किया
मारूड़बाका, लिंगापुर और नेलाकांकेर में लगाया टीका
बीजापुर, सितम्बर 2022ण् लोगों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने स्वास्थ्य विभाग की टीम मुश्किल हालातों के बीच भी दुर्गम और दूरस्थ अंचलों में पहुंच रही है। बीजापुर जिले के मारूड़बाका उप स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत आने वाले तीन गांवों लिंगापुरए नेलाकांकेर और मारूड़बाका में कोरोना से बचाव का टीका लगाने स्वास्थ्य विभाग की टीम तीन.तीन नदियों को पार कर पहुंची। अचानक हुई बारिश के कारण लौटते समय इन तीनों नदियों का जलस्तर सीने तक पहुंच चुका था। दल सीने तक भरी नदियों को ग्रामीणों की सहायता से पैदल पार कर वापस पहुंची। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उसूर से उप स्वास्थ्य केन्द्र मारूड़बाका की दूरी करीब 30 किलोमीटर है। मारूड़बाका उप स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत नौ आश्रित गांव हैं। ये सभी गांव नदी के दूसरी तरफ हैं और अतिसंवेदनशील क्षेत्र में आते हैं। इनमें से अधिकांश गांवों की उसूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से दूरी 30.35 किलोमीटर है। दो गांव करीब 50 किलोमीटर दूर हैं।
कोविड वैक्सीनेशन के लिए तीन नदियों राला वागुए इल्का और कोंगा वागु को पार कर लिंगापुरए नेलाकांकेर और मारूड़बाका पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम में ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी ;त्भ्व्द्ध श्रीमती ज्योति सिदारए श्रीमती नागमणी चिलमुलए श्री रमेश गड्डेम और शिक्षक श्री आनन्द राव यालम शामिल थे। उसूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से गांव जाते समय इन नदियों में करीब घुटने तक पानी था। वापसी के समय अचानक बारिश होने के कारण पानी का स्तर बहुत बढ़ गया। कोंगा वागु नदी में छाती तक पानी भरा होने के कारण टीम पार नहीं कर पा रही थी।
कुछ समय इन्तजार करने के बाद भी नदी का जलस्तर कम नहीं होता देख टीम के सदस्यों ने पास में ही मवेशी चरा रहे लोगों के माध्यम से गांव में खबर भिजवाई। ग्रामीणों के पहुंचने पर उनकी सहायता से टीम ने सुरक्षित नदी पार किया। कोंगा वागु नदी पार करने के बाद दल को आगे दो और नदियां इल्का और राला वागु भी पैदल पार करना पड़ा। तीनों नदियों को पार कर स्वास्थ्य विभाग की टीम कीचड़युक्त पगडण्डी रास्ते से पैदल चलकर भूषापुर से पहाड़ी रास्ते से शाम करीब सात बजे गलगम पहुंची। वहां मोबाइल का नेटवर्क मिलने पर टीम ने सेक्टर प्रभारी श्री हरिशंकर ध्रुव से संपर्क किया। उनके द्वारा एम्बुलेंस भेजने के बाद टीम रात आठ बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उसूर पहुंची।
9 विषयों के आधार पर नवीन पंचायत पुरुस्कार की होगी एन्ट्री
विभागीय अधिकारियों ए सरपंच ए सचिवों को प्रशिक्षण में दी गई जानकारी
बीजापुर, सितंबर 2022. जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रविकुमार साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर ग्राम पंचायतों को उत्कृष्ट कार्य हेतु पंचायत पुरुस्कार दिए जाते हैं। इस बार भारत सरकार द्वारा नवीन राष्ट्रीय पुरुस्कार प्रणाली सिस्टम लागू की गई है। जिसके अंतर्गत पंचायत पुरुस्कार हेतु 9 विषयों क्रमशः गरीबी उन्मूलन और उन्नत आजीविका पंचायतए स्वस्थ पंचायतए बाल हितैषीए जल पर्याप्त पंचायतए स्वच्छ और हरित पंचायतए पंचायत में आत्मनिर्भर बुनियादी ढ़ांचाए सामाजिक रुप से संरक्षित पंचायतए सुशासन वाली पंचायतए महिला. हितैषी पंचायत को शामिल किया गया हैए उक्त बातें 9 विषयों के आधार पर ही पंचायत पुरुस्कार हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत की जानकारी संकलित कर एंट्री की जावेगी।
जिला पंचायत सभागार में इस विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें जिला मास्टर ट्रेनर गीत कुमार सिन्हा डीपीआरसी प्राचार्यए एसबीएम जिला समन्वयक रंजीत सिंहए डीपीएम राजीव रंजन मिश्राए करारोपण अधिकारी पी आर कोर्रामए आरजीएसए डीपीएम प्रभारी श्रीमती विनीता ठाकुरएश्रीजिला समन्वयक अमृत दास साहूए जिला संकाय सदस्य त्रिपत आलम ने प्रशिक्षण में एंट्री की बारीकियों से प्रशिक्षार्थियों को अवगत कराया।
बाढ़ के दौरान हुई क्षति का त्वरित मूल्यांकन कर मुआवजा प्रदान करे.कलेक्टर
गौठानों में बनेंगे रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क
ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से अतिरिक्त आय के साधन बनाना रीपा का उद्देश्यउद्यम स्थापित करने के इच्छुक स्थानीय युवाओं स्व सहायता समूहों को चिन्हाकिंत किया जावेगा
बीजापुर 13 सितंबर 2022. 15 अगस्त को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के घोषणा के बाद जिले में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क ;रीपाद्ध अर्थात् ग्रामीण आजीविका पार्क बनाने की तैयारी शासन के निर्देशानुसार शुरू हो गई है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रवि कुमार साहू ने बताया कि ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से अतिरिक्त आय के साधन बनाने के लिए जिले के चिन्हाकिंत गौठानों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क ;रीपाद्ध बनाये जाएंगे।
योजना के तहत् गौठानों को केन्द्र बिन्दु में रखते हुए स्थानीयए शासकीय एवं अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ग्रामीण उत्पादन एवं सेवा केन्द्र के रूप विकसित किया जाएगा। उघम स्थापित करने के इच्छुक स्थानीय युवाओंए स्व सहायता समूह को चिन्हाकिंत किया जाएगा। गौठानों में स्थानीय आवश्यकताओं और बाजार की संभावनाओं के आधार पर उघम स्थापित किये जाएंगे। पार्क में ग्रामीणों के आजीविका संवर्द्धन के लिए मूलभूत सुविधाएं व आधारभूत संरचनाएं जैसे आंतरिक सड़कए विधुतए जल एवं नाली व्यवस्थाए वर्कशेडए भंडारण व्यवस्थाए प्रशिक्षणए शिशु गृह के अलावा मार्केटिंग सपोर्ट ए तकनीकी मार्गदर्शन आदि उपलब्ध कराये जाएंगे।
उघमियों को बिजनेस प्लान के आधार पर मषाीनरी तथा कार्यशील पूंजी हेतु बैंक से लोनए विभिन्न योजनाअेां अंतर्गत पात्रतानुसार अनुदान अथवा शून्य ब्याज दर पर लोन की सुविधा होगी।